नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने ‘टॉक टू एके’ अभियान से संबंधित काम के ठेके देने में कथित तौर पर हुई अनियमितता को लेकर शुक्रवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बयान दर्ज किए।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि टॉक टू एके कार्यक्रम घोटाले में दर्ज प्राथमिकी की जांच के लिए अधिकारियों का एक दल सिसोदिया के आवास पर उनका बयान दर्ज करने के लिए गया।
जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने साफ किया कि सिसोदिया के घर पर अधिकारियों का जाना किसी तरह की छापेमारी या तलाशी नहीं है।
सीबीआई के प्रवक्ता आर.के. गौर ने कहा कि सिसोदिया के घर पर कोई छापेमारी या तलाशी नहीं की गई है। सीबीआई टीम का दौरा जारी जांच के सिलसिले में खास मुद्दों पर स्पष्टीकरण के लिए था।
एजेंसी ने 18 जनवरी को सिसोदिया व राज्य सरकार के कुछ अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ ‘टॉक टू एके’ अभियान में कथित अनियमितताओं के जांच के लिए दायर शिकायत पर प्रारंभिक जांच के मद्देनजर यह कदम उठाया है। यह शिकायत दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने दर्ज कराई थी।
सीबीआई के अधिकारियों के अनुसार प्राथमिक जांच आम आदमी पार्टी के नेता व दिल्ली सरकार के दूसरे अधिकारियों के खिलाफ दायर की गई है। इन पर ‘टॉक टू एके’ मीडिया अभियान से जुड़े कार्य के ठेके देने में हुई कथित अनियिमितता और नियमों के उल्लंघन के आरोप हैं।
‘टॉक टू एके’ अभियान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक बातचीत का कार्यक्रम था, जिसके जरिए लोग आप नेता से सोशल मीडिया के जरिए जुड़ सकते थे।