भरतपुर। शहर के मथुरागेट थाना क्षेत्र में एक ट्रक और बैंक से रुपए लाते व्यक्ति के साथ लूट की दो अलग-अलग सूचनाओं पर पुलिस को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस जांच में दोनो मामले झूठे पाए जाने पर दोनो व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज करके जांच शुरू की गर्ई है।
पुलिस कंट्रोल ने बताया बुधवार को पूर्वान्ह को समय 11 बजे पर अकरम खान निवासी मौहल्ला गोपालगढ भरतपुर ने उपस्थित होकर पुलिस को मौखिक बताया कि उसके साथ जघीना गेट के पास वाईक सवार तीन बदमाशों द्वारा चाकू का भय दिखाकर 40 हजार रुपए लूट लिए हैं।
पुलिस ने बताया इस सूचना पर तुरन्तथाने से कन्ट्रोल रूम को बताई। जिसपर व्यापक नाकाबंदी कराई गई और पुलिस टीम बदमाशों की तलाश में मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया जब यूनीयन बैंक शाखा जाकर मालूम किया गया तो पता चला कि इस व्यक्ति ने बैंक से 40 हजार रुपए निकाले ही नहीं है।
अकरम खान ने विस्तृत पूछताछ पर बताया कि परिवारीजन उसको खर्चे के लिए रुपए नहीं देते थे, इसलिए उसने लूट की मनगढ़ंत झूठी कहानी बनाई कि इस घटना के बाद सहानूभूति से घरवाले खर्चे के लिए पैसे दे देंगे, इसलिए लूट की झूठी सूचना जान-बूझकर पुलिस को दी।
इसी तरह एक ट्रक चालक सवाईमाधोपुर निवासी मारूक मेव ने पुलिस कन्ट्रोल रूम भरतपुर पर सूचना दी कि उसके ट्रक चालक ने बताया है कि उसके ट्रक को कुछ बदमाश कस्वा नगर के पास से चालक और खलासी को बुलौरो में पटक कर ट्रक को छिनाकर ले जा रहे हैं।
इस सूचना पर कन्ट्रोल ने वायरलैस समस्त जिले और सीमावर्ती जिलों में नाकाबन्दी कराई गई। नाकाबन्दी के दौरान थानाधिकारी थाना कैथवाडा रमेशचन्द द्वारा ट्रक को पकड़ लिया और जांच के दौरान उक्त घटना लूट की होना नहीं पाया गया बल्कि आपसी रुपयों के लेन-देन का मामला होना पाया गया है।
इस प्रकार सूचनाकर्ता ने झूठी सूचना पुलिस कन्ट्रोल रूम को देकर संचार माध्यमों का दुरूपयोग कर पुलिस को गुमराह करते हुए कीमती समय बर्बाद किया। इस संबंध में पुलिस कन्ट्रोल रूम प्रभारी की तरफ से झूठी सूचना देने वाले के विरूद्व थाना मथुरागेट पर मामला पंजीबद्ध कराया गया है।