हमनें अक्सर देखा हैं की ज़ू ऐसी घूमने की जगह हैं जहाँ पर हमको जानवरो के बारे में पता चलता हैं। लेकिन देशभर में जितने जू हैं वो 5 बजे बंद हो जाते हैं लेकिन मध्यप्रदेश के पन्ना टाईगर रिजर्व में कोर क्षेत्र से लगे बफरजोन क्षेत्र के जंगल में पर्यटक अब रात्रि के समय भी जंगल की रोमांचक और निराली दुनिया का लुत्फ उठा सकेंगे।
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टूर ऑपरेटरों एवं पर्यटकों की माँग पर पार्क प्रबन्धन ने बफरजोन क्षेत्र के जंगल में नाइट सफारी शुरू करने का निर्णय लिया है। क्षेत्र संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व विवेक जैन ने बताया कि ईको विकास समिति झिन्ना से प्राप्त प्रस्ताव अनुसार बफरजोन क्षेत्र में ग्राम झिन्ना, सलैया, सब्दुआ एवं बनहरी के समिति सदस्यों के साथ पर्यटकों को रात्रि पेट्रोलिंग कराने की अनुमति प्रदान की गई है।
बफरजोन क्षेत्र में नाइट सफारी की माँग लम्बे समय से टूर ऑपरेटरों व पर्यटकों द्वारा की जाती रही है। चूंकि बारिश के मौसम में 15 जून के बाद मानसूनी बारिश शुरू होने के साथ ही कोर क्षेत्र में पर्यटकों के भ्रमण पर रोक लग जाती है। ऐसी स्थिति में बारिश के पूरे चार माह तक पर्यटन व्यवसाय ठप्प हो जाता है। पार्क प्रबन्धन के इस निर्णय से अब बारिश के मौसम में भी पर्यटक कोर क्षेत्र से लगे पन्ना टाईगर रिजर्व के बफरजोन के जंगल में भ्रमण कर वन्यजीवों का दीदार कर सकेंगे।
जैन ने बताया कि रात्रि में पेट्रोलिंग करने वाले पर्यटकों के साथ ईको विकास समिति का एक सदस्य साथ में जाएगा। इस नाइट पेट्रोलिंग से जहां पार्क विकास निधि की आय में वृद्धि होगी, वहीं दूसरी ओर ईको विकास समिति के सदस्यों एवं जिप्सी मालिकों को रोजगार भी उपलब्ध होगा। पन्ना के आस-पास के क्षेत्रों में पर्यटकों के अधिक दिन विश्राम करने पर पर्यटन से जुड़े हुए लोगों को रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।
एक सवालों के जवाब में जैन ने बताया कि देशी व विदेशी पर्यटक शाम 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक नाइट सफारी का आनंद ले सकेंगे। इसके लिए पर्यटकों को 500 रूपए प्रति वाहन प्रति राउण्ड के हिसाब से भ्रमण शुल्क देना होगा। बफरजोन क्षेत्र के कक्ष क्र. 285, 287, 288 एवं 289 में नाइट पेट्रोलिंग की अनुमति दी गई है। यहां पर्यटकों को तेंदुआ, भालू, सेही, चीतल, सांभर व नीलगाय जैसे वन्यजीवों के दीदार हो सकेंगे।
उन्होंने बताया कि मानसूनी बारिश शुरू होने पर टाईगर रिजर्व के प्रवेश द्वार पर्यटकों के भ्रमण हेतु बंद हो जाएंगे। इस स्थिति में यहां मानसून पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बफरजोन क्षेत्र में दिन के समय भी पर्यटकों को भ्रमण की अनुमति दी जाएगी। अभी तक बारिश के मौसम में सिर्फ पाण्डव फाल व रनेह फाल पर्यटकों के लिए खुले रहते थे, लेकिन अब पर्यटक बफरजोन क्षेत्र के जंगल में भी भ्रमण कर सकेंगे।
पन्ना टाईगर रिजर्व में बाघों की आबादी बढ़ने के साथ ही यहां पर वनराज के दर्शन सहजता से हो रहे हैं, नतीजतन पर्यटकों की संख्या भी निरन्तर बढ़ रही है। पूर्व में जब पन्ना टाईगर रिजर्व बाघ विहीन हो गया था, उस समय यहां का आकर्षण कम होने के चलते पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त गिरावट आई थी। लेकिन अब बाघों की दुनिया आबाद हो जाने के उपरान्त यहां की ख्याति व आकर्षण बढ़ा है और बड़ी संख्या में देशी व विदेशी पर्यटक आ रहे हैं। गत वर्ष अक्टूबर से अप्रैल तक यहां 33 हजार पर्यटक आए थे, लेकिन इस वर्ष इसी पीरियड में 35 हजार 3 सौ पर्यटकों ने यहां आकर पार्क भ्रमण किया है।
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