इस्लामाबाद। पाकिस्तान के क्वेटा और पाराचीनार शहरों में नागरिकों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर शुक्रवार को किए गए दो बम विस्फोट में मृतकों की संख्या शनिवार को 63 हो गई। हमले में घायल नौ व्यक्तियों ने बीती रात दम तोड़ दिया।
विस्फोट में घायल हुए 200 से ज्यादा व्यक्तियों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र डान की रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर नुकसान पाराचीनार क्षेत्र में हुआ, जहां 50 नागरिकों की मौत और लगभग 200 घायल हुए हैं।
पहले बम विस्फोट में घायल हुए पीड़ितों की मदद के लिए मची अफरा-तफरी के दौरान हुए दूसरे बम विस्फोट के बाद भारी संख्या में लोग घायल हो गए।
पाराचीनार में घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहला विस्फोट व्यस्ततम तुरी बाजार में उस समय हुआ, जब लोग ईद की खरादारी कर रहे थे। विस्फोट से ठीक पहले घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर अल क्यूड्स दिवस रैली संपन्न हुई थी।
पारचीनार जिला मुख्यालय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक साबिर हुसैन ने कहा कि सेना के एक हेलीकॉफ्टर जरिए गंभीर रूप से घायल 11 लोगों को पेशावर पहुंचाया गया।
डान ने एक राजनीतिक प्रशासनिक अधिकारी के हवाले से कहा है कि मौतों के बारे में अच्छा होगा कि आप अस्पताल प्रशासन से पूछें, क्योंकि हम एक गंभीर सुरक्षा की स्थिति से जूझ रहे हैं।
किसी भी समूह ने पाराचीनार में हुए दोनों विस्फोटों की जिम्मेदारी नहीं ली है, हालांकि दो संगठनों ने कहा है कि उन्होंने क्वेटा में एक आत्मघाती कार बम विस्फोट किया है।
क्वेटा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले दोनों संगठन हैं प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से अलग होकर बना जमातुल अहरार संगठन और एसआईटीआई खुफिया ग्रुप के अनुसार इस्लामिक स्टेट दूसरा संगठन है।
बम विस्फोट में कई पुलिसकर्मी और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (नजरयाती) के नेता की मौत होने के अलावा 24 अन्य व्यक्ति घायल हुए हैं।
बम विस्फोट बलूचिस्तान के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के शुहादा चौक स्थित कार्यालय के सामने हुआ था। सूत्रों के अनुसार कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस तरह के हमले के संबंध में चेतावनी मिली थी।