लखनऊ। सीबीआई ने शनिवार को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन घोटाले के एक आरोपी से 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय में डेप्युटेशन पर काम करने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी को गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने छापेमारी की और ईडी के पूर्व सहायक निदेशक एनबी सिंह तथा उनके सहयोगी सुभाष को शिकायतकर्ता से चार लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। सिंह ईडी के लखनऊ जोन कार्यालय में कार्यरत हैं।
सिंह ईडी में डेप्युटेशन पर काम कर रहे थे और एनआरएचएम से संबंधित कुछ मामलों को देख रहे थे।
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि जब्त रकम रिश्वत के रूप में मांगी गई 50 लाख की रकम का हिस्सा है, जिसकी मांग सिंह तथा सुभाष ने शिकायतकर्ता सुरेंद्र चौधरी से की थी।
अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता के खिलाफ मामले में चल रही जांच में उदारता बरतने के लिए रकम की मांग की गई थी।
अधिकारी के मुताबिक सिंह को ईडी ने 18 मई को ही रिलीव कर दिया था और उनके केंद्रीय उत्पाद तथा सीमा कर विभाग में भेज दिया था, लेकिन उन्होंने कार्यालय जाना जारी रखा।
चौधरी की लिखित शिकायत पर सीबीआई ने शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया। उत्तर प्रदेश के मेरठ के निवासी चौधरी ने कहा है कि अधिकारी ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर उन्होंने रिश्वत नहीं दी, तो उनकी चल तथा अचल संपत्ति जब्त कर ली जाएगी।