श्रीनगर। सीआरपीएफ के गश्ती दल पर शनिवार को हुए हमले में एक जवान के शहीद होने के बाद शुरू हुई मुठभेड़ में रविवार को दो आतंकवादी मारे गए और तीन जवान घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) परिसर से आतंकवादियों को पकड़ने के लिए हुए संघर्ष के कुछ घंटों बाद सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि स्कूल परिसर में छिपे दोनों आतंकवादी मारे गए और गोलीबारी बंद हो गई है।
अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षाकर्मी स्कूल के कमरों में घुसे और एक कमरे से दो शव बरामद किए। अधिकारी ने कहा कि एक कमरे से दो आतंकवादियों के शव मिले हैं, जहां से गोलीबारी शुरू हुई थी। पिछले एक घंटे से आतंकवादियों की ओर से गोलीबारी नहीं हुई।
स्कूल में अच्छी तरह जांच करने के बाद मुठभेड़ बंद कर दी गई। श्रीनगर के पंथा चौक इलाके में दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) परिसर में छिपे आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच शनिवार आधी रात के बाद मुठभेड़ शुरू हुई, जिसमें दो अधिकारियों सहित तीन जवान घायल हो गए।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सभी घायल सैनिक खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत स्थिर है। उन्होंने कहा कि उन्हें बदामी बाग छावनी में सेना के 92 बेस अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस.पी. वैद ने संवाददाताओं को बताया था कि स्कूल में दो आतंकवादी घुसे हुए हैं। इस स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर कश्मीरी कुलीन परिवारों से हैं।
आतंकवादियों ने शनिवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वाहन पर हमला किया था, जिसमें सीआरपीएफ का एक उपनिरीक्षक शहीद हो गया, जबकि दो अन्य जवान घायल हो गए थे।
इसके बाद आतंकवादी डीपीएस परिसर में दाखिल हुए। सुरक्षा बलों ने स्कूल परिसर को चारों ओर से घेर लिया, ताकि आतंकवादी भाग न पाएं। आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट फारूक अहमद लोन ने शनिवार को राम मुंशीबाग और सेम्पारा के बीच श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिबंध लगा दिया, और मुठभेड़ समाप्त होने के बाद प्रतिबंध हटा दिया गया। इस घटना में सीआरपीएफ के एक सुरक्षा अधिकारी और एक पुलिसकर्मी हुए घायल हैं।