श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर में सोमवार को ईद के अवसर पर घाटी के कई स्थानों पर सुरक्षा बलों और पत्थरबाजों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसके कारण उत्सव का रंग फीका पड़ गया।
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में जंगलात मंडी इलाके में नमाज के तुरंत बाद भीड़ ने सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए।
उसके बाद अनंतनाग जिले के अचबल इलाके में भी झड़पें शुरू हो गईं, जहां भीड़ ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया। दक्षिण कश्मीर के सोपोर, कुलगाम और पुलवामा शहरों में भी ऐसी ही झड़पें शुरू हो गईं।
श्रीनगर के ओल्ड सिटी इलाके में भी युवाओं ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान घायल हो गए। उत्तरी कश्मीर के सोपोर और पट्टन शहरों से भी ऐसी ही झड़पों की सूचना है।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों और आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बल इन स्थानों पर पत्थरबाजों से निपटने के लिए अत्यधिक संयम बरत रहे हैं। घाटी में अन्य स्थानों पर ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उच्च सुरक्षा वाले सोनावार इलाके की एक मस्जिद में ईद की नमाज अदा की। घाटी में हजरतबल मस्जिद और अन्य मस्जिदों तथा ईदगाहों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु ईद की नमाज अदा करते देखे गए।
सुरक्षा कारणों से कई मंत्रियों, शीर्ष असैन्य और पुलिस अधिकारियों ने जिला पुलिस लाइन्स मस्जिद में सुबह 6.30 बजे नमाज अदा की।
जम्मू एवं कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक रविवार को एक दिशा-निर्देश जारी कर विशिष्ट व्यक्तियों (वीआईपी) को केवल सुरक्षित स्थानों पर ही ईद की नमाज अदा करने को कहा था।