सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक नर्सिग होम की तीसरी मंजिल न तोड़ने के एवज में नगर निगम आयुक्त सुरेंद्र कथूरिया को 50 लाख रुपए रिश्वत मांगना महंगा पड़ गया। उन्हें सोमवार को लोकायुक्त के दल ने 12 लाख नगद और 10 लाख रुपए मूल्य के सोने के बिस्कुट लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। कथूरिया के सरकारी आवास और अन्य ठिकानों पर तलाशी जारी है।
रीवा के लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने बताया कि सतना के भरहुत नगर स्थित सतना सिटी नर्सिग होम की तीसरी मंजिल को गिराने का नगर निगम ने नोटिस जारी किया था, क्योंकि निगम से सिर्फ दो मंजिल बनाने की ही मंजूरी ली गई थी। तीसरी मंजिल न गिराने के एवज में 50 लाख रुपए की मांग नगर निगम आयुक्त ने की थी। इसमें 40 लाख नगद और 10 लाख रुपये का सोना देना तय हुआ था।
सिन्हा के मुताबिक नर्सिग होम संचालक डॉ. राजकुमार अग्रवाल व उनकी पत्नी डॉ. सचित्रा अग्रवाल ने नगर निगम आयुक्त कथूरिया द्वारा 50 लाख रुपये रिश्वत मांगने की शिकायत की।
शिकायत के आधार पर लोकायुक्त के दल ने सोमवार को कथूरिया को सरकारी आवास में रिश्वत लेते हुए पकड़ा। रिश्वत देने वाले ने 40 लाख रुपए नगद व 10 लाख रुपए का सोना होने की बात कहते हुए रकम सौंपी, मगर नगद 12 लाख रुपए ही था और सोना 10 लाख रुपए का था।
सिन्हा ने बताया कि कथूरिया को अभी गिरप्तार नहीं किया गया है। उनके आवास और अन्य ठिकानों की तलाशी जारी है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है।