मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री रिचा चड्ढा ने कहा कि उन्हें एक महिला के रूप में भारतीय समाज में भेदभाव का अहसास होता है। रिचा आगामी वेब सीरीज ‘इनसाइड एज’ में एक प्रमुख किरदार निभा रही हैं।
भारतीय फिल्म जगत में संघर्ष के दौरान लिंग आधारित भेदभाव के अनुभव होने के सवाल पर रिचा ने कहा कि नहीं, मैं बॉलीवुड को दोष नहीं दे सकती। लेकिन ईमानदारी से, एक महिला के नाते कहूं तो पुरुष क्या सोचते हैं, इसके आधार पर होने वाले भेदभावों को आपको सहना होगा।
खामियां हमें इंसान बनाती हैं : जैकलिन फर्नांडीस
केटी प्राइस ने बेटी को दिखाई अपनी टॉपलेस तस्वीर
फिल्मी सितारों के दिल की बात जानने के लिए यहां क्लीक करें
अभिनेत्री ने कहा कि जब आपको महसूस होता है कि रोजाना की जिंदगी के छोटे-छोटे निर्णयों को भी पुरुषों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है, तब आप भेदभाव को महसूस करती हैं.. उदाहरण के लिए, एक लड़की के रूप में आप सार्वजनिक परिवहन सेवा में यात्रा के दौरान छोटे कपड़े नहीं पहन सकतीं।
उन्होंने कहा कि इसलिए, जब आप महसूस करती हैं कि आपको इन छोटे निर्णयों को लेना है, इनमें पुरुषों की क्या सोच है, यह आपको ध्यान में रखना होगा। आपको पता होता है कि आप कमजोर स्थिति में हो। अब जब बॉलीवुड भारत में है, जहां समाज महिलाओं के निर्णयों को इस तरह सीमित करता है, तब हमें क्यों केवल फिल्म जगत को ही दोषी ठहराना चाहिए।
वेब सीरीज’इनसाइड एज’ में रिचा एक अभिनेत्री का किरदार निभा रही हैं, जो एक क्रिकेट टीम खरीदती है और इस टीम को भ्रष्टाचार और मैच-फिक्सिंग से बचाने की कोशिश करती है।
रिचा महसूस करती हैं कि मनोरंजन की दुनिया बदल रही है, क्योंकि डिजिटल मनोरंजन का विश्वभर में विकास हो रहा है। इससे भारत में थियेटर में लोगों की संख्या कम हो रही है।
‘इनसाइड एज’ में अभिनेता विवेक ओबेरॉय, रिचा चड्ढा और अंगद बेदी के अलावा अन्य कालाकार प्रमुख किरदारों में हैं। यह अमेजन प्राइम वीडियो पर 10 जुलाई से प्रसारित होगा।