मधुबनी, 29 जून| बिहार के मधुबनी जिले के बाबूबरही थाना क्षेत्र में एक शिवलिंग को लेकर पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
पुलिस को भी अनियंत्रित भीड़ को काबू में करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। पुलिस के अनुसार, पांच अप्रैल को रामनवमी के दिन खोजपुर गांव में एक नहर निर्माण के दौरान जमीन के अंदर से एक शिवलिंग मिला था। इस शिवलिंग को लेकर खोजपुर और नवकी टोला गांव के बीच विवाद चल रहा था। इसी क्रम में खोजपुर गांव के लोगों ने इस शिवलिंग को गांव के ही एक मंदिर में स्थापित कर दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि बुधवार की रात बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी खोजपुर गांव पहुंचे और शिवलिंग को मंदिर से उखाड़ लिया। इसकी सूचना जैसे ही ग्रामीणों को मिली, ग्रामीण आक्रोशित हो गए और अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को घेर लिया और पथराव शुरू कर दिया। बचाव में पुलिस को हवाई फायरिंग और लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान एक दुकानदार मांगन साहु की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की गाड़ी ने मांगन साहु को घसीट दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन के चार वाहनों, एक जेसीबी और दो बाइक को फूंक दी। इसके बाद क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
गुरुवार सुबह लोगों ने मांगन साहु के शव के साथ बाबूबरही-खुटौना मुख्य पथ को खोजपुर गांव में जाम कर दिया। ग्रामीण बाबूबरही के थाना प्रभारी पर कारवाई की मांग कर रहे हैं।
घटना के बाद मधुबनी के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घटनास्थल पर पहुंचे मधुबनी के पुलिस आधीक्षक दीपक बर्णवाल ने बताया कि क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन नियंत्रण में करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गांव में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा, उन पर कारवाई की जाएगी।