जोधपुर। निकटवर्ती मथानिया कस्बे में दो लोगों की पिटाई के बाद दो समुदायों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। दोनों समुदायों ममे पथराव हुआ। इस दौरान दो जीपों व एक घर में आग भी लगा दी गई। पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए बडी संख्या में पुलिस व आरएसी के जवान तैनात किये गए हैं। पुलिस ने इस घटना के बाद करीब दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में भी लिया है।
जानकारी के अनुसार इस झगडे की शुरूआत बस स्टैण्ड से हुई; यहां एक समुदाय के दो युवकों को दूसरे समुदाय के युवकों ने कहासुनी के बाद पीट दिया। जब इसकी जानकारी कस्बे में फैली तो इस समुदाय के लोग घटनास्थल पर आए और दूसरे समुदाय के युवकों को पीट दिया। धीरे-धीरे दोनों समुदाय के लोग एकत्रित हो गए और एक दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की तो रात को झगडा नहीं बढा।पुलिस ने दोनों पक्षों की संतुष्टि के लिए दोनों पक्षों के कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया।
रविवार सवेरे जैसे ही लोगों को रात की घटना का पता चला तो कस्बे में फिर से आक्रोश फैल गया और कई दुकानें नहीं खुली। एक समुदाय के लोगों ने पुलिस से पिटाई करने वाले लोगो की गिरफ्तारी की मांग की। इस तनावपूर्ण माहौल में थाने में सामुदायिक सम्पर्क समूह के लोगों की बैठक भी आयोजित की गई। थाने से बाहर निकलते ही एक पक्ष के लोगों ने फिर से पथराव शुरू कर दिया, इससे दूसरे पक्ष के लोगों के बोलेरो और ट्रक के कांच टूट गए। थाने के पास कुछ दुकानों के बाहर रखे जनरेटर से भी गुस्साए लोगों ने तोडफोड की। दूसरे समुदाय के लोग भी पथराव का जवाब देने लगे। पुलिस और आरएसी के जवानों के हल्का बल प्रयोग कर दोनों पक्षों को खदेड़ तो दिया, लेकिन मामला पूरी तरह शांत नहीं हो पाया।
इधर, मौका पाकर गुस्साए लोगों ने दो जीपों और मारपीट के आरोपी के एक सूने घर में आग लगा दी। इस आरोपी को पुलिस ने रात में ही गिरफतार कर लिया था और उसके परिवार वाले माहौल बिगडता देखकर पडोस के मकान में चले गए थे। प्रशासन ने आग पर जल्दी ही काबू पा लिया गया। यह सूना मकान रात की मारपीट के एक आरोपी का है। पुलिस ने हालात काबू में करने के बाद दोनों समुदायों की संयुक्त बैठक की। इसमें दोनों पक्ष शांति बनाए रखने पर सहमत हो गए।
दोपहर में पहुंचे पुलिस कमिश्नर
झगडे की सूचना मिलते ही शनिवार रात को अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त व सहायक आयुक्त वहां पहुंच गए थे, लेकिन पुलिस आयुक्त अशोककुमार राठौड़ दोपहर बाद पहुंचे। इस समय तक माहौल काफी बिगड चुका था।