नई दिल्ली। कश्मीर में होने वाली भारी बर्फबारी से अमरनाथ यात्रा को सुखद अनुभव दे सकती है। आशा यह जताई जा रही है कि पवित्र गुफा के पास इतनी बर्फबारी हो चुकी है कि यात्रियों को बाबा बर्फानी के पूरे आकार के दर्शन हो सकें। पिछले लम्बे समय से अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पूर्व ही बाबा बर्फानी का आकार काफी छोटा हो जाता था।
मौसम विभाग का ऐसा मानना है कि मौसम का मिजाज यात्रा के हित में है। गुफा के पास हो रही बर्फबारी और तापमान दोनों ही हिमलिंग के अनुकूल हैं। देर से होने वाली बर्फबारी का असर हिमलिंग के आकार पर देखने को मिलेगा। वैसे ज्यादा बर्फबारी होने से यात्रा कुछ दिन देरी से शुरू हो सकती है, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि हिमलिंग का पूरा आकार बनेगा जो दो महीने तक रह सकता है। जनवरी और फरवरी में इस साल भी बर्फबारी नहीं हुई, लेकिन मार्च में जमकर बर्फबारी हो रही है। पहलगाम और बालटाल में चार से पांच फुट तक बर्फ होने का अनुमान है। जबकि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों (पवित्र गुफा और आसपास) में 25 से 30 फुट बर्फ गिरने का अनुमान लगाया जा रहा है।
इन क्षेत्रों में तापमान भी माइनस में है। अगले दस दिन तक इन क्षेत्रों रुक रुक कर बर्फबारी होने की संभावना है जिससे तापमान भी माइन्स में ही रहेगी। मौसम की मौजूदा स्थिति हिमलिंग के दर्शन के लिए आने वाले लोगों के लिए शुभ संकेत हैं, यह संभावना जताई जा रही है कि इस बर्फबारी से हिमलिंग 16 से 18 फुट तक का बनेे। इस संबंध में लोटस का कहना है कि जितनी अधिक बर्फबारी होती है, पवित्र हिमलिंग उतना ही अधिक आकार का बनता है। इस समय गुफा के पास इतनी बर्फबारी हो चुकी है, जो एक बड़े आकार के हिमलिंग के लिए जरूरी है। यह भी संभावना है कि यात्रा के अंत तक बाबा बर्फानी दर्शन हो जाएं।