अजमेर। अजमेर के कला क्षेत्र में पहली बार आयोजित विश्व स्तरीय रंग मल्हार का आयोजन मिसाल बन गया। साइकिलों पर आकर्षक सजावट, रंगों से उकेरी गई कृति ने सबका मन मोह लिया।
पृथ्वीराज फाउंडेशन और नगर निगम अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित प्रतिस्पर्धा रंग मल्हार के अवसर पर रविवार को कलक्टर गौरव गोयल और महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कलाकारों को सराहा और शहर के सर्वागींण विकास के लिए इस प्रकार के रचनात्मक आयोजन होते रहने की जरूरत बताई।
सूचना केन्द्र में आयोजित कार्यक्रम में शहर के सभी वर्ग के कलाकारों ने साइकिल के आविष्कार के 200 साल पूरे पूर्ण होने पर साइकिलों पर आकर्षक पेंटिंग कर कला की अनूठी छटा बिखेर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ कलाकर, कला अध्यापक, कला विद्यार्थियों व बच्चों सहित करीब 60 कलाकारों ने हिस्सा लिया तथा अपनी भावनाओं को अभिव्यक्ति दी। कलाकारों ने स्मार्ट सिटी, स्वच्छ अजमेर, ग्रीन अजमेर, रंग-रंगीलो राजस्थान, प्रदुषण मुक्त अजमेर का संदेश अपनी पेंटिंग्स के जरिये दिया।
अल्का शर्मा और आकांक्षा शर्मा ने मांडणा, वारली आर्ट को दर्शाया एवं लक्ष्यपाल राठौड़ ने अपनी स्थायी शैली में इंद्रधनुष और बादलों के मिलन से अच्छी वर्षा की कामना की। रक्षा विश्वकर्मा और प्राची ने जल संरक्षण, आस्था ने स्वच्छ भारत, ज्योति शर्मा व उर्मिला ने पर्यावरण व वन्य जीव संरक्षण, प्रहलाद शर्मा व तिलक राज ने प्राकृतिक दृश्य आदि दर्शाए। अंजलि जैन ने बादलों व प्राकृतिक छटा के साथ अच्छे अजमेर की कामना की।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल से सभी कलाकारों के कार्य को व्यक्तिगत रूप से देखा और उनसे बातचीत की तथा उनके कार्य की सराहना की। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों से आग्रह किया कि शहर में एक कला समिति का गठन किया जाए जोे कि शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों, सार्वजनिक सड़कों, आनासागर, चौपाटी के आस-पास एवं चौराहो पर वॉल पेंटिंग, इंस्टालेशन आर्ट, जंक आर्ट, मांडणा आदि कार्य कर शहर को सौंदर्य प्रदान करें।
महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कलाकारों के कार्य व अनूठी परिकल्पना की सराहना करते हुए कहा कि अजमेर के स्मार्ट सिटी मिशन में यह एक उल्लेखनीय प्रयास है। इन साइकिलों को शीघ्र ही उपयुक्त स्थान देख शहर में किसी चौराहे, बगीचे, अथवा पर्यटन स्थल पर प्रदर्शित करवाया जाएगा। गहलोत ने सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। नगर निगम की उपायुक्त ज्योति ककवानी ने कलाकारोें का कार्य देख कहा कि अजमेर में इस स्तर का आयोजन होना बड़ी बात है।
पृथ्वीराज फाउंडेशन के संयोजक दीपक शर्मा ने बताया कि सभी साइकिलें नगर निगम को दी जाएगी, जिन्हें शहर के सौंदर्यीकरण के तहत स्थायी रूप से प्रदर्शित किया जा सके। अनिल कुमार जैन ने बताया कि कला दीर्घा में साइकिल के 200 वर्षो की यात्रा से संबंधित चित्र प्रदर्शित किए गए जिससे सभी आगंतुकों ने अपना ज्ञान वर्द्धन किया।
पृथ्वीराज फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. पूनम पाण्डे ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम संयोजक डा. अमित राजवंशी ने बताया कि अजमेर में आगे भी इस तरह के आयोजन होते रहेंगे जिससे कला जगत को प्रोत्साहन मिल सके। उन्होंने बताया कि साइकिलों की व्यवस्था एम.पी. नानकराम एण्ड कम्पनी द्वारा की गई।
फाउंडेशन के संजय सेठी ने बताया कि इस अवसर पर प्रोफेसर ओम प्रकाश शर्मा, अर्चना तेला, अनुराधा राजेश भार्गव, कीर्ति शर्मा पाठक, जयपुर से समाजसेवी राम सिंह गुर्जर, श्योदान सिंह आदि ने भी शिरकत की। कार्यक्रम को सफल बनाने में डा. भगवती सिंह बारठ, नदीम खान, ऋषि राज सिंह, संदीप पांडे, अमित बजाज, राजेश कश्यप, हर्षित वैष्णव, यशी ओ-हजया, कमलेश पुरोहित, कुसूम शर्मा, अंजू जैन, प्रियंका सेठी आदि ने योगदान दिया।