मुंबई। देश के क्रिकेट प्रेमियों की नजरें सोमवार को भारतीय टीम के मुख्य कोच के चयन पर टिकी थीं, लेकिन सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) अब तक कोच पद के लिए अंतिम फैसला नहीं ले सके हैं।
बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी, गांगुली और लक्ष्मण ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कोच पद पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका है।
गांगुली ने कहा कि टीम के कप्तान विराट कोहली से चर्चा करने के बाद कोच पद पर फैसला लिय जाएगा, आने वाले दो-तीन दिनों में इस पर फैसला संभव है।
गांगुली ने कहा कि हम किसी बात की जल्दी में नहीं है। हम कुछ लोगों से बात करके, जिसमें कप्तान कोहली का नाम भी शामिल है, फिर कोच पद का फैसला लेंगे। हम कुछ दिनों के बाद इस पर अंतिम फैसला लेंगे।
गांगुली ने कहा कि हमने सभी संभावित उम्मीदवारों के इंटरव्यू लिए, फिल सिमंस को छोड़कर। वह आज इंटरव्यू के लिए उपलब्ध नहीं हो सके। हमने फैसला लिया है, हम कोच की घोषणा के लिए कुछ दिनों का इंतजार करेंगे। हमें कुछ दिनों की जरूरत है। क्योंकि हम कुछ लोगों से इस पर बात करना चाहते हैं, खासकर कप्तान से। इसके बाद हम फैसला लेंगे, क्योंकि मैं मानता हूं कि हम इस समय किसी बात की जल्दबाजी में नहीं है।
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि श्रीलंका दौरा आने वाला है। बोर्ड, जिसमें अभिताभ, राहुल जौहरी, के अलावा कुछ और लोग शामिल हैं, हम सभी विराट कोहली का इंतजार कर रहे हैं। वह जब अमेरिका से वापस आएंगे तो हम उनसे बात करेंगे। हम उन्हें बताना चाहते हैं कि कोच अपने कुछ तय तरीकों से काम करना चाहते हैं। हम इस बात को सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सभी की एक राय हो।
भारत का अगला दौरा श्रीलंका का है जो 26 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस दौरे पर भारतीय टीम तीन टेस्ट, पांच वनडे और एक टी-20 मैच खेलेगी। गांगुली ने कहा कि श्रीलंका दौरा सीएसी के दिमाग में है, लेकिन फिर भी कोच पद को लेकर किसी बात की जल्दबाजी में नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि हम किसी बात की जल्दबाजी में नहीं हैं। हम सिर्फ श्रीलंका दौरे को नहीं देख रहे हैं क्योंकि श्रीलंका लंबा दौरा है। हमारे लिए जो चीज महत्वपूर्ण है, वो है कि हम हर किसी से बात कर लें, क्योंकि हम मैच नहीं खेलेंगे। कोच, खिलाड़ी, कप्तान, हम सभी एक सिस्टम का हिस्सा हैं। हम इस बात को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सभी एक ही रास्ते पर मिलकर आगे बढ़ें और तभी भारतीय क्रिकेट आगे जाएगा।
गांगुली ने कहा कि वह कोच के लिए काफी सतर्कता बरत रहे हैं, ताकि आने वाले भविष्य में किसी तरह की दिक्कत न हो।
बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष गांगुली ने कहा कि हम आने वाले छह महीनों में कुछ अलग नहीं देखना चाहते हैं। मेरा मानना है कि कोच पद के उम्मीदवारों का प्रेजेंटेशन शानदार था। हर किसी के अपने तरीके हैं, लेकिन मुद्दे की अहमियत बदलती नहीं है, इसलिए हमें लगा कि विराट का फैसला इसमें अहम होगा। मैं भी कप्तान रहा हूं, लक्ष्मण भी खेले हैं। हम समझते हैं कि क्या हो सकता है, इसलिए हम टीम के हित में सर्वश्रेष्ठ फैसला लेंगे। क्योंकि अंत में खिलाड़ियों को ही देश का प्रतिनिधित्व करना है। यह हमारे लिए यह अहम है।”
गांगुली ने हालांकि कहा कि चयन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और वह कोहली से बात करने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जैसा मैंने कहा कि हमें उन लोगों से बात करने की जरूरत है जो अहम हैं। क्योंकि हमारा काम खत्म होने के बाद उनका काम शुरू होगा, और उनका काम हमारे काम से कहीं ज्यादा अहम है। हम इसी तरह इसे देख रहे हैं।”
कोच चयन में विराट की दखलअंदाजी के सवाल पर पूर्व कप्तान ने कहा, “विराट अभी तक इससे दूर रहे हैं। उन्होंने हमें अभी तक कुछ नहीं कहा है। न ही उन्होंने हमें कोई मेल भेजा है। लेकिन सीएसी में हमें लगा कि उनकी राय बेहद जरूरी है क्योंकि वह कप्तान हैं। उन्हें और हम सभी को एकमत होना होगा क्योंकि हमारे लिए भारतीय क्रिकेट सबसे ऊपर है। विराट को भी समझने की जरूरत है कि कोच कैसे काम करेंगे।”
सीएसी ने सोमवार को कोच पद के लिए आवेदन करने वाले 10 लोगों में से रवि शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग, रिचर्ड पायबस, टॉम मूडी और लालचंद राजपूत का इंटरव्यू लिया है।
गौरतलब है कि कुंबले ने कप्तान कोहली से मतभेद की बात स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 18 जून को संपन्न हुए आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी तक का था, लेकिन बोर्ड ने विंडीज दौरे तक उनके कार्यकाल को विस्तार दे दिया था। लेकिन कुंबले ने अचानक इस्तीफा दे दिया और विंडीज दौरे पर भारतीय टीम के साथ नहीं गए।