ऑकलैंड/नई दिल्ली। जिम्बाब्वे के खिलाफ भारतीय टीम को छक्के के साथ जीत दिलाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज के सफलतम कप्तान क्लाइव लायड का रिकॉर्ड तोड़ दिया। धोनी ने अपनी कप्तानी में अब तक विश्व कप में लगातार 10 मैच जीत लिए है। जबकि क्लाइव लायड ने 9 मैच लगातार जीते हैं।
भारत ने धोनी की कप्तानी में पूल बी के सभी 6 मैच जीते और अब टूर्नामेंट में लगातार जीत का उसका रिकॉर्ड 10 मैचों का हो गया। इससे पहले 4 मैच धोनी ने 2011 के विश्व कप में लगातार जीते थे। तब से अब तक लगातार 10 मैच जीते।
इस तरह धोनी ने क्लाइव लायड की वेस्टइंडीज टीम का 1975 विश्व कप से 1983 विश्व कप तक का लगातार जीत का रिकॉर्ड तोड़ा। विश्व कप में भारत से अधिक लगातार मैच सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं जिसने रिकी पोंटिंग की कप्तानी में 1999 से 2011 क 24 जीत लगातार दर्ज की थी। गांगुली की कप्तानी में भारत ने लगातार 8 मैच जीते थे।
पूरी टीम ने दबाव का बखूबी सामना किया-धोनी
विश्वकप में लीग चरण में अजेय रहे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि विश्व कप के लीग चरण में अपराजेय अभियान की सबसे सकारात्मक बात यह है कि पूरी टीम ने दबाव का बखूबी सामना किया जिससे नॉकआउट की तैयारी पुख्ता हुई है।
आखिरी लीग मैच में आज जिम्बाब्वे को छह विकेट से हराने के बाद भारत पूल बी में शीर्ष पर रहा। धोनी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि सभी खिलाड़ियों ने कठिन हालात का सहजता से सामना किया। उन्होंने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में कहा, सभी ने दबाव झेला है।
तीन तेज गेंदबाज या स्पिनर या शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हो। यहां खेलने और द्विपक्षीय सीरीज में यही फर्क है जहां निचले क्रम की परीक्षा कम ही होती है। ये मैच इसलिए कठिन हो जाते हैं क्योंकि निचले क्रम को बल्लेबाजी का उतना मौका नहीं मिला होता। आज हमारे निचले क्रम को मौका मिला।
धोनी ने कहा, जब विराट आज बल्लेबाजी के लिए गया, तब भी दबाव महसूस हो रहा था। जिम्बाब्वे अच्छी टीम है लेकिन हमसे जीत की उम्मीद थी। विकेट धीमी था और गेंद आसानी से नहीं आ रही थी। मैन ऑफ द मैच सुरेश रैना की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, रैना पांचवें नंबर पर हमारा अहम खिलाड़ी है। मेरी और रैना की साझेदारी अच्छी थी।
विश्व कप से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम में बदलाव कैसे आया, यह पूछने पर उन्होंने कहा, यह नतीजों से अधिक प्रक्रिया की बात है। खिलाड़ियों ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है और लंबे समय से यहां होने से हमें बीच में ब्रेक भी मिला जो सकारात्मक रहा।