माउण्ट आबू . विश्व पर्यटन दिवस था तो सरकारी औपचारिकताएं भी करनी थी, सो हुई। माउण्ट आबू में इस मौके पर नक्की झील की सफाई की गई। इस अभियान की शुरूआत नगर पालिका अध्यक्ष लीलादेवी परमार ने की।…
पर्यटन सहायता केन्द्र माउण्ट आबू के सहायक निदेशक भानु प्रताप ने बताया कि झील से प्लास्टिक की बोतलें, वेफर्स के पेकेजिंग मटेरियल, नारियल व अन्य कचरे को नाव में सवार होकर जनप्रतिनिधियों एवं जवानों ने इकठ्ठा कर बाहर निकाला।
आन्तरिक सुरक्षा अकादमी के श्री कुलदीप सिंह, डिप्टी कमान्डेट के नेतृत्व में 15 जवानों ने अहम भूमिका निभाई। पार्षद श्रीमती सरोज चौधरी, भंवर सिंह मेड़तिया, नारायण सिंह भाटी, युसुफ खांन, श्रीमती मीरा कंवर पूर्व पार्षद, बोट हाउस के संचालक संजय भाई व मांगी लाल काबरा, व सौरव गागंडिया तथा नक्की बाजार व्यापार संघ के अध्ययक्ष भरतसिंह आदि ने भी अभियान में भाग लिया।
विद्यार्थियों को संग्रहालय का निशुल्क अवलोकन कराया गया। मा. आबू व इसके आस-पास के क्षेत्र के पारम्परिक जीवन शैली, एतिहासिक नगर चन्द्रावती की शिल्पकला से रूबरू करवाया गया। गाईड़ प्रदीप दवे, नीरज मकवाना व हरीश ने विद्यार्थियों को शिल्पकला की जानकारी दी। विद्यार्थी पारम्परिक आदिवासी जीवन शैली, वेशभूषा, गहने, हाथ से आटा बनाने की पारम्परिक विधि को देखकर चकित रह गये।
बाल विद्यार्थियों ने साफ-सफाई के महत्व को कागज पर रंगो द्वारा चित्रकारी बनाकर उकेरा। इसके अतिरिक्त आबू पर्वत के पर्यटक स्थल अनादरा व्यू पॉइन्ट पर चट्टानों पर लिखे अवांछित शब्दों को मिटाया गया।