नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती तथा दामाद शैलेष कुमार के खिलाफ 8,000 करोड़ रुपए के धनशोधन के मामले की जांच के तहत शैलेष से बुधवार को पूछताछ की।
एजेंसी द्वारा समन जारी करने के बाद शैलेष बुधवार सुबह 10 बजे के आसपास खान मार्केट स्थित ईडी के मुख्यालय पहुंचे। ईडी ने सोमवार को भी उनके खिलाफ समन जारी किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। ईडी ने मंगलवार को मीसा भारती से नौ घंटे से अधिक समय तक गहन पूछताछ की।
मीसा भारती धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश
ईडी ने लालू की बेटी मीसा भारती के ठिकानों पर छापा मारा
CBI छापे मोदी, शाह की राजनीतिक बदले की कार्रवाई : लालू
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक मीसा भारती से मिशेल प्रिंटर्स एंड पैकर्स प्राइवेट लिमिटेड में उनकी भूमिका, उनकी अन्य वित्तीय संपत्तियों तथा गिरफ्तार चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश कुमार अग्रवाल से उनके संबंधों को लेकर पूछताछ की गई। अग्रवाल को ईडी ने 22 मई को गिरफ्तार किया था।
एजेंसी ने कहा कि अधिकारियों ने मीसा भारती से 8,000 करोड़ रुपए के धनशोधन की जांच के तहत पूछताछ की। मामला दिल्ली के व्यापारी सुरेंद्र कुमार जैन व वीरेंद्र कुमार जैन तथा अन्य के खिलाफ चल रहा है, जिन्होंने कथित तौर पर 90 से अधिक फर्जी कंपनियों के माध्यम से कई करोड़ रुपए के काले धन को सफेद किया।
ईडी ने कहा कि जांच के दौरान यह पाया गया कि साल 2007-2008 के दौरान मिशेल प्रिंटर्स एंड पैकर्स प्राइवेट लिमिटेड के 1,20,000 शेयर चार फर्जी कंपनियों-शालिनी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड, एड-फिन कैपिटल सर्विसेज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, मनी माला दिल्ली प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड तथा डायमंड विनिमय प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 100 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से खरीदे गए।
इन शेयरों को कथित तौर पर वापस मीसा भारती द्वारा 10 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से खरीद लिया गया। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि इसी राशि का इस्तेमाल बिजवासन में साल 2008-2009 के दौरान 1.41 करोड़ रुपए के एक फॉर्महाउस खरीदने में किया गया, जबकि इसकी वास्तविक कीमत 50 करोड़ रुपए से अधिक थी।
एजेंसी की यह कार्रवाई ईडी द्वारा शनिवार को मीसा भारती, उनके पति तथा मिशेल पैकर्स एंड एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित तीन जगहों पर छापेमारी के बाद की गई है।
ईडी ने यह छापेमारी केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा राजद अध्यक्ष, उनकी पत्नी राबड़ी देवी तथा दो बेटों तेजस्वी व तेज प्रताप यादव के कई परिसरों पर छापेमारी के बाद की है।
आरोप है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तब एक निजी कंपनी को रेलवे के दो होटलों को ठेके पर देने के एवज में उन्होंने तीन एकड़ का प्लॉट लिया।
आयकर विभाग ने जून महीने में बेनामी कानून के तहत मीसा के पति व भाइयों सहित कई रिश्तेदारों की 12 संपत्तियों को कुर्क किया था।