सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही जिले का जनाना चिकित्सालय एक बार फिर विवादों में आ गया। अस्पताल के लेबर रूम में रात आठ बजे कथित चिकित्सकीय लापरवाही से डिलीवरी टेबल के नीचे रखी बाल्टी में गिरने से नवजात की मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों में क्षोभ व्याप्त हो गया। सूचना मिलने पर भाजपा के नेता और कुछ स्थानी लोग पहुंचे। चिकित्सालय में मजमा लगने से पुलिस भी पहुंच गई।
जावाल निवासी प्रकाश माली की पत्नी गीता को उसकी 5वीं संतान की प्रसव पीड़ा होने पर सास और परिजन शाम करीब 6.30 बजे जिला चिकित्सालय लेकर आए। आते ही डॉ निहालसिंह ने उनका चेक अप किया और लेबर रूम में डिलीवरी के लिए लाया गया। गीता को डिलीवरी टेबल पर लेटाया।
इस दौरान गीता के साथ लेबर रूम में बैठी उसकी सास को ड्यूटी पर तैनात नर्स ने लेबर रूम से बाहर निकाल दिया। रात करीब 8.05 पर गीता को डिलीवरी होने लगी। इस दौरान वह चीखी तो बाहर बैठी उसकी सास लेबर रूम में घुस गई। गीता की सास ने बताया कि जब वह लेबर रूम में गई तो बच्चा आधा बाहर निकल चुका था।
इसी दौरान स्टाफ ड्यूटी चेंज होने के कारण 8 बजे पूर्व ड्यूटी वाली नर्स और 8 बजे बाद ड्यूटी वाली नर्स आपस में चार्ज लेनदेन कर रही थी। गीता की सास बे बताया कि उन्होंने इस बारे में दोनों नर्सों को बताया लेकिन उन्होंने प्रसूता को अटेंड नही किया। इससे बच्चा बाहर निकल कर डिलीवरी टेबल के नीचे गिर गया। बच्चे में जान नही थी। अब परिजनों का आरोप है कि स्टाफ की लापरवाही से बच्चे की जान गई।
हंगामा होने की आशंका के कारण पुलिस भी चिकित्सालय पहुंच गई। इस दौरान भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमन्त पुरोहित, शिवगंज ग्रामीण मंडल अध्यक्ष गणपत सिंह देवड़ा, महिपाल चारण आदि भी पहुंचे। रात को बीसीएमओ दर्शन ग्रोवर चिकित्सालय पहुंचे। उन्होंने लेबर रूम में जाकर पूरी जानकारी ली।
उन्होंने बाहर आकर माना कि इस मामले में लापरवाही हुई है। उन्होंने कहा कि बच्चे की सुबह मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। लापरवाही बरतने वाली नर्सेस के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुरोहित ने दोनों नर्सों को निलंबित करने की मांग की है।
एक महिला अंदर रह सकती थी फिर भी सास को बाहर निकाला
लेबर रूम के बाहर एक पर्ची पर नोट लिखा हुआ है कि लेबर रूम में एक महिला डिलीवरी के समय राह सकती है। इसके बाद भी नर्स द्वारा गीता की सास को बाहर निकालना और बाद में प्रसूता का स्वयं भी ध्यान नही रखना साबस बड़ी लापरवाही रही। बीसीएमओ ने माना कि नर्स ने ये गलती की है।