कोलंबो। श्रीलंका को 1996 के क्रिकेट विश्व कप में विजेता बनाने वाले कप्तान अर्जुन राणातुंगा ने 2011 में मुंबई में भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए विश्व कप फाइनल मैच के फिक्स होने का आरोप लगाया है।
राणतुंगा ने इस मामले में जांच की मांग की है। भारत ने इस मैच में श्रीलंका को मात देते हुए 28 साल बाद विश्व कप पर कब्जा जमाया था।
श्रीलंका के अंग्रेजी अखबार डेली मिरर के मुताबिक राणातुंग का यह आरोप टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगाकारा के 2009 में पाकिस्तान दौरे पर दिए गए बयान के बाद आया है। इस दौरे में श्रीलंका की टीम पर आतंकवादी हमला हुआ था। संगकारा ने कहा है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि यह दौरा किसके कहने पर हुआ था।
राणातुंगा ने कहा कि संगाकारा पाकिस्तान दौरे को लेकर जांच चाहते हैं तो यह होनी चाहिए। लेकिन, मेरा मानना है कि 2011 विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के साथ जो हुआ उसकी भी जांच होनी चाहिए। मेरा मानना है कि खेल मंत्री को फिटनेस जैसी समस्याओं को छोड़कर इस मामले पर ध्यान देना चाहिए।
राणातुंगा ने कहा कि विश्व कप के फाइनल में मैं कमेंट्री पैनल में था। मुझे श्रीलंका के प्रदर्शन को देखते हुए बेहद निराशा हुई थी।
श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मेजबान भारत के सामने 274 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे भारत ने सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (97) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 91) की बेहतरीन पारियों की मदद से हासिल कर लिया था। भारत ने मैच छह विकेट से जीता था और विश्व विजेता बना था।
पूर्व कप्तान ने कहा कि मैं नहीं बता सकता कि उस दिन क्या हुआ था, लेकिन मैं किसी दिन सच सामने लेकर आऊंगा। मेरा मानना है कि इस मामले में जांच होनी चाहिए।
राणातुंगा अब श्रीलंका सरकार में पेट्रोलियम और नवीकरणीय संसाधन मंत्री हैं। उन्होंने यहां सीलोन पेट्रोलियम निगम के कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बातें कहीं।
2011 विश्व कप में श्रीलंका टीम के कप्तान संगाकारा थे। उन्होंने कहा है कि जब पाकिस्तान में सुरक्षा अच्छी नहीं थी, तो वहां टीम को क्यों भेजा गया था।
मार्च 2009 में पाकिस्तान दौरे पर लाहौर में श्रीलंका की बस पर आतंकवादी हमला हुआ था। इस हमले में छह पाकिस्तानी पुलिसकर्मी मारे गए थे। श्रीलंका के कुछ खिलाड़ी चोटिल हो गए थे। इस घटना के बाद किसी भी टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है।