सबगुरु न्यूज-सिरोही। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी की शुक्रवार को सिरोही में भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को दी गई नसीहत ने भाजपा की नीयत की पोल खोल दी है। परनामी ने यहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि जो काम हम नहीं कर पाए हैं उनकी बात जनता के बीच करो ही मत।
परनामी ने कहा कि पार्टी में अंदर तो उन बातों की चर्चा करो, लेकिन जनता के बीच उन कामों को मत करो। परनामी ने कहा कि सिरोही में नर्मदा का मामला है। इसे हम पूरा नहीं कर सकेंगे। कुछ तकनीकी समस्या के कारण। तो हमने बत्तीसा नाला का प्रोजेक्ट दिया। इस पर कार्यकर्ता ने कहा कि उसका पानी यहां नहीं मिलेगा तो उन्होंने कहा कि जहां भी मिलेगा वहां के लोग तो लाभांवित होंगे। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक प्रोजेक्टों को पूरा फायदा नहीं मिलता है।
उन्होंने कहा कि अब हमारे दिमाग में तो नर्मदा का तो नाम ही नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि वैस्े किसान संघ वालों ने कहा कि उन्होंने कहा कि जितने भी पुराने लोग हैं उनकी पूरी सूची ली है। आपका भी हमें सम्मान रखना है। पिण्डवाडा की पालिकाध्यक्ष खुशबु राजपुरोहित से उन्होंने कहा कि आपके पक्ष में चार ही पार्षद आए, शेष आपसे असंतुष्ट थे।
इस पर उन्होंने जिलाध्यक्ष का इस पर ध्यान नहीं देने की बात कही तो परनामी ने कहा कि जिलाध्यक्ष को साइड में रखो और फिर अपनी समस्या बताओ। इस दौरान विरेन्द्रसिंह चैहान ने परनामी को कहा कि समस्या और निराकारण दोनों ही बडी नहीं है बस निराकरण करने वालों के दिल छोटे हैं।
-पार्षदों की बैठक में की खुदके मन की बात
परनामी ने जिले की पांचों नगर निकायों के पालिकाध्यक्ष व पार्षदों की बैठक ली। इसमें भी असंतुष्ट पार्षद असंतुष्ट ही लौटे। पार्षदों के मन की बात सुनने की बजाय उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात कही। इस बैठक में सिरोही के वो चार पार्षद नहीं पहुंचे जिनका नाम व्हाट्स एप पर केरल और अन्य स्थानों पर घूमने के लिए चल रहा है।
इसी तरह माउण्ट आबू और आबूरोड के पार्षद बारिश के कारण नहीं पहुंच पाए। वैसे उन्होंने सिरोही निकाय अध्यक्ष की ओर मुखातिब होते हुए यह भी कहा कि आप अपने पार्षदों के यहां जाकर चाय पीजिये। उन्हें अपने यहां बुलवाइये। अशोक परनामी की बैठक और मुख्यमंत्री की बैठक का आयोजन स्थल एक ही था और इसका परिणाम भी एक ही रहा है। और वह है भाजपाइयों में असंतुष्टि।
-पिण्डवाडा पालिकाध्यक्ष ने लगाया जिलाध्यक्ष पर बोर्ड गिराने का आरोप
जिलाध्यक्ष से चर्चा के दौरान पिण्डवाडा की पदच्युत की गई पालिकाध्यक्ष खुशबु राजपुरोहित ने बताया कि पार्षदों की बैठक में जिलाध्यक्ष के करीबियों ने को नहीं घुसने दिया। उन्होंने परनामी से मुलाकात के पहले कहा कि कभी भी बैठक वगैरह में मेरे पति और ससुर आकर नहीं बैठे थे। उन्होने कहा कि जिलाध्यक्ष और जिले के पदाधिकारियों ने मिलकर मेरे खिलाफ कार्रवाई की। जिलाध्यक्ष ने पार्षदों के साथ मिलकर भाजपा के पिण्डवाडा का बोर्ड गिराया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिण्डवाडा को प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी से मिलने का नही रखा गया है।