कोहिमा। नगालैंड के मुख्यमंत्री शुरहोजेली लीजित्सु को सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राज्य विधानसभा के मतदान केंद्र में घुसने से सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। लीजित्सु मतदान नहीं कर सकते, क्योंकि वह 60 सदस्यों वाले नगालैंड विधानसभा के निर्वाचित सदस्य नहीं हैं।
उन्होंने इस साल फरवरी में टी.आर.जेलियांग के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के मुखिया के तौर पर मैं सुरक्षा तैयारियों का बंदोबस्त देखने गया था। लेकिन विधानसभा के एक कर्मचारी ने मुझे पीछे से खींच लिया, जो उचित नहीं है।
इससे पहले, जेलियांग का समर्थन करने वाले विद्रोही नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) तथा निर्दलीय विधायक दो मिनी बसों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने विधानसभा पहुंचे।
एक बागी निर्दलीय विधायक ने कहा कि सभी (44) ने राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के पक्ष में मतदान किया।
वस्तुत: राजग सरकार के घटक एनपीएफ ने राज्य में कोविंद के अभियान के दौरान उनका समर्थन करने की घोषणा की थी।
प्रदेश के 60 सदस्यीय विधानसभा में एक सीट रिक्त है। सत्ताधारी डेमोक्रेटिक अलायंस ऑफ नगालैंड गठबंधन के पास एनपीएफ के 47, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार तथा आठ निर्दलीय विधायक हैं।