न्यूयॉर्क। पहले ही मुश्किलों में फंसे सहारा समूह पर एक और आफत आने वाली है। सहारा ग्रुप के साथ विफल रहे सौदे से अपनी छवि को नुकसान पहुंचने तथा निवेशकों का उस पर से विश्वास टूटने की बात कहते हुए अमरीकी सलाहकार सेवा कंपनी मिराक कैपिटल ने सहारा पर 40 करोड़ डॉलर का मानहानि का दावा करने का फैसला किया है।
मिराक ने मंगलवार को कहा कि इस बात के पर्याप्त प्रमाण होने के बावजूद कि उसने कोई जालसाजी नहीं की है सहारा लगातार उस पर आधारहीन आरोप लगा रही है। उसने कहा कि सहारा और उसके प्रतिनिधि लोगों की नजरों में मिराक तथा इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी सारांश शर्मा को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सहारा ने मिराक पर फर्जीवाड़ा और ठगी का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह 2.05 अरब डॉलर के विफल ऋण सौदे के लिए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। उसका आरोप है कि मिराक और शर्मा के पास सौदे के लिए पर्याप्त राशि नहीं होने के बावजूद उन्होंने बड़े-बड़े वादे किए जिससे अपने मालिक की जमानत के लिए पूंजी जुटाने के प्रयास में लगे समूह का महत्वपूर्ण समय नष्ट हुआ।
वहीं मिराक ने विज्ञप्ति में आरोप लगाया कि सहारा स्वयं अपनी संपत्ति नहीं बेचना चाहता। उसने कहा कि समूह ने जानबूझकर मिराक और उसके मालिक पर आरोप लगाने शुरू किए ताकि सौदा टूट जाए।