लखनऊ/कानपुर। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद गुरुवार को देश के 14वें राष्ट्रपति बन गए हैं। वोटों की गिनती खत्म होते ही उनके गांव कानपुर में जश्न शुरू हो गया। उनके राष्ट्रपति बनते ही परिवार और गांव में मिठाईयां बंटनी शुरू हो गई।
उनके पैतृक गांव परौंख में परिणाम आने से पहले से ही चारों ओर खुशियों का माहौल देखने को मिल रहा था। पैतृक गांव परौख में ढोल नगाड़े बज रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम सामने आ गए हैं। गलियों की सफाई कराई जा रही है। कूड़े के ढेर हटा दिए गए हैं। झूलते बिजली के तार कसे जा रहे हैं और टूटे खंभे भी बदलने का काम शुरू हो गया है।
RSS की पृष्ठभूमि के रामनाथ कोविंद बने देश के 14वें राष्ट्रपति
राष्ट्रपति चुनाव : कोविंद ने मीरा को 3 लाख से अधिक मतों से हराया
रामनाथ कोविंद होंगे देश के 14वें राष्ट्रपति, रिकार्ड मतों से जीते
बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद मूल रूप से कानपुर देहात के परौंख गांव के रहने वाले हैं। इनके भाई परिवार के साथ गांव में ही रहते हैं। कोविंद ने कुछ दिनों पहले कानपुर शहर के दयानंद विहार कॉलोनी में चार कमरों वाला मकान खरीदा था। फिलहाल इसमें कोई नहीं रहता। घर के बाहर लोग जमा हो गए हैं। कॉलोनी की सोसाइटी की ओर से शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं।
दयानंद विहार कॉलोनी की सूरत भी बदलनी शुरू हो गई। नगर निगम और केस्को के अफसर सुबह ही कॉलोनी पहुंच गए। इसी कॉलोनी में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का घर है। नगर निगम ने कॉलोनी के नुक्कड़ के कूड़ाघर को साफ कर दिया है। गलियों में विशेष सफाई कराई गई। नालियां दुरुस्त करा दी गई हैं।
सड़कों के गड्ढे भर दिए गए हैं। सुबह से ही सफाई कर्मचारियों की फौज लगी हुई है। दयानंद विहार कालोनी की स्ट्रीट लाइटें बदल दी गई हैं। केस्को ने बिजली के टूटे खंबे बदल दिए तथा जर्जर तार और नया ट्रांसफार्मर रखवा दिया है।