मेलबर्न। विश्व रिकार्डधारी रोहित शर्मा (137) के बेहतरीन शतक और उनकी सुरेश रैना (65) के साथ 122 रन की बेशकीम्ती साझेदारी और उसके बाद गेंदबाजों के लाजवाब प्रदर्शन से गत चैंपियन भारत ने बांग्लादेश को गुरूवार को 109 रन से रौंदकर 2007 की हार का बदला चुकाते हुए शान के साथ विश्वकप के सेमीफाइनल में स्थान बना लिया।
भारत ने निर्धारित 50 ओवर में छह विकेट पर 302 रन का मजबूत स्कोर बनाने के बाद बांग्लादेशी चुनौती को 45 ओवर में 193 रन पर निपटा दिया। मैन आफ द मैच रोहित ने 126 गेंदों में 14 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 137 रन की शानदार पारी खेली। भारत का सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच मैच के विजेता से मुकाबला होगा।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी टीम को लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में पहुंचाने के साथ ही एकदिवसीय क्रिकेट में अपनी कप्तानी में 100वीं जीत हासिल कर ली और इसके साथ ही प्रतिद्वंद्वी टीम को लगातार सातवीं बार आलआउट करने का नया विश्व रिकार्ड बना दिया। इससे पहले भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका की बराबरी पर थी जिसने 2011 के विश्वकप में लगातार छह बार प्रतिद्वंद्वी टीमों को आलआउट किया था।
भारत ने ग्रुप चरण में लगातार छह मैच जीतकर इस रिकार्ड की बराबरी की थी और क्वार्टरफाइनल में बांग्लादेश को रौंदकर इस रिकार्ड को तोड़ दिया। भारत ने इसके साथ ही बांग्लादेश से 2007 के विश्वकप के ग्रुप चरण में मिली हार का बदला भी चुका लिया। उस हार से भारत 2007 में ग्रुप दौर में ही बाहर हो गया था लेकिन रोहित, रैना और गेंदबाजों ने बांग्लादेश को इस तरह की अनहोनी करने का कोई मौका नहीं दिया।
तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 31 रन पर तीन विकेट, मोहम्मद शमी ने 37 रन पर दो विकेट और लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने 42 रन पर दो विकेट लेकर बंगलादेश को 45 रन पर पुलिंदा बांध दिया भारत की मौजूदा विश्वकप में यह लगातार सातवीं और ओवरआल लगातार 11वीं जीत है। भारत की इस शानदार जीत के सूत्रधार रहे रोहित शर्मा जिन्होंने मेलबोर्न मैदान पर अपना दूसरा और कुल वनडे का सातवां शतक बनाया।
रोहित की इस पारी ने ही भारत को ऎसा स्कोर दिया जिसके जवाब में आकर बंगलादेशी टीम उबर नहीं पाई। रोहित ने 137 गेंदों में 14 चौके और तीन छक्के मारे। रैना ने 57 गेंदों में सात चौकों और एक छक्के की मदद से 65 रन की बहुमूल्य पारी खेली। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 122 रन की साझेदारी हुई। बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम 33 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद मुकाबले में नहीं लौट सकी।
यादव की गेंद पर तमीम इकबाल(25) को धोनी ने विकेट के पीछे लपका जबकि इसी स्कोर पर इमरूल काएस(पांच) रन आउट हो गए। इसके बाद सौम्य सरकार ने 29, महमूदुल्लाह ने 21, मुशफिकुर रहीम ने 37, शब्बीर रहमान ने 30 और नासिर हुसैन ने 35 रन बनाए। लेकिन बांग्लादेश की पारी में एक भी बड़ी साझेदारी नहीं बन पाई। बांग्लादेश ने अपने आखिरी चार विकेट मात्र चार रन जोड़कर गंवा दिए।
यादव ने तमीम के अलावा शब्बीर और रूबेल हुसैन का विकेट लिया जबकि शमी ने सरकार और महमूदुल्लाह को निपटाया। जडेजा ने शाकिब अल हसन(10) और नासिर को पवेलियन भेजा। मोहित शर्मा ने बांग्लादेश के कप्तान मशरफे मुर्तजा का शिकार किया। भारतीय कप्तान धोनी ने विकेट के पीछे चार कैच लपककर गेंदबाजों का काम आसान किया।
धोनी ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और रोहित तथा शिखर धवन ने पहले विकेट के लिए 75 रन जोड़कर भारत को अच्छी शुरूआत दी।
धवन 30 रन बनाकर लेफ्ट आर्म स्पिनर शाकिब की गेंद पर स्टम्प्स हुए। भारत ने इसके बाद विराट कोहली(तीन) और अजिंक्या रहाणे(19) को 115 तक गंवा दिया। लेकिन इसके बाद रोहित ने पूरी जिम्मेदारी के साथ खेलते हुए इस विश्वकप में अपना पहला, मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में दूसरा और अपना कुल सातवां शतक लगाया।
रैना ने वनडे में अपना 35 वां अर्धशतक जमाया और चौथे विकेट के लिए रोहित के साथ 15.5 ओवर में चौथे विकेट के लिए 122 रन की शतकीय साझेदारी निभाकर स्कोर 200 के पार पहुंचाने में मदद की। रोहित ने शुरूआत में काफी धैर्य से रन बटोरे और आखिरी पांच ओवरों में बड़े शाट््स लगाकर ताबड़तोड़ 38 रन जोड़ डाले।
43वें ओवर में रैना एक जीवनदान मिलने के बाद अगली गेंद पर आसान कैच देकर कप्तान मशरफे मुर्तजा की गेंद पर मुशफिकुर के हाथों लपके गए। जिम्बाब्वे के खिलाफ आखिरी ग्रुप मैच के शतकधारी रैना ने 57 गेंदों में सात चौके और एक छक्का लगाकर 65 रन की आक्रामक पारी खेली।
छठे नंबर पर उतरे धोनी ने छह और रवींद्र जडेजा ने नाबाद 23 रन बनाए जिसमें चार चौके शामिल है। बांग्लादेश की ओर से कप्तान मुर्तजा मैदान पर जितना गेंदबाजों और फील्डरों के साथ चर्चा करते रहे उतना ही भारतीय बल्लेबाजों ने उनकी रणनीति का बैंड बजा दिया।
मुर्तजा ने 10 ओवरों में 69 रन देकर महंगी गेंदबाजी की और एक विकेट निकाला। मुर्तजा की गेंद पर सबसे अधिक 10 चौके पड़े। तस्कीन अहमद ने 10 ओवरों में 69 रन देकर तीन विकेट लिए। रूबेल हुसैन को 10 ओवरों में 56 रन देकर एक और शाकिब अल हसन को 10 ओवरों में 58 रन देकर एक विकेट हाथ लगा।
रोहित और रैना की साझेदारी ने बांग्लादेश की मैच पर एक समय बनी पकड़ को पूरी तरह ढीला कर दिया और आखिरी ओवरों में विपक्षी टीम के गेंदबाजों की घबराहट और कई अहम मौकों पर कैच छोड़ने एवं खराब फील्डिंग का फायदा उठाकर भारतीय बल्लेबाजों ने रन बटोरे।
रोहित इसी के साथ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर दो शतक लगाने वाले तीसरे विदेशी खिलाड़ी बन गए हैं। उनके अलावा यह उपलब्धि डेविड गोवर और विवियन रिचडर्स के नाम है। इसी के साथ रोहित इस ग्राउंड पर सबसे अधिक छक्के लगाने वाले छठे बल्लेबाज बन गए हैं। रोहित ने यहां पांच मैचों में 335 रन बना लिए हैं जिसमें दो शतक और सात छक्के शामिल है।
रिकी पोंटिंग 20 छक्कों के साथ शीर्ष पर है। धोनी बड़ा शाट लगाने के चक्कर में छठे बल्लेबाज के रूप में आउट हो गए। धोनी को तस्कीन अहमद ने नासिर हुसैन के हाथों कैच कराया। कप्तान ने 11 गेंदों में छह रन बनाए और रोहित के साथ पांचवें विकेट के लिए मात्र 3.1 ओवर में अहम 36 रन जोड़े। जडेजा ने 10 गेंदों में चार चौके लगाकर नाबाद 23 रन बनाकर स्कोर 300 के पार पहुंचाने में मदद की।
भारत ने सबसे पहले शिखर धवन को खोया। बांग्लादेश की कसी हुई गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण के कारण धवन ने 50 गेंदों में तीन चौके लगाकर 30 रन बनाए लेकिन वह 16वें ओवर में 75 के स्कोर पर आउट हो गए। इसके बाद विराट (तीन)जल्द ही चार रन के भीतर दूसरे बल्लेबाज के रूप में पवेलियन लौट गए। विराट को रूबेल की गेंद पर मुशफिकुर रहीम ने लपका।
भारत के लिए मात्र 79 के स्कोर पर दोनों अहम बल्लेबाजों को गंवाना बड़ा झटका था और फिर अजिंक्या रहाणे भी 19 रन बनाकर 27वें ओवर में आउट हो गए। रहाणे ने 37 गेंदों में एक चौका लगाया और तस्कीन ने उन्हें आउट किया। लेकिन रोहित डटे रहे। रोहित ने धवन के साथ पहले विकेट के लिए 75 रन की साझेदारी की। रोहित पांचवें बल्लेबाज के रूप में 46वें ओवर में तस्कीन अहमद की गेंद पर बोल्ड हो गए। लेकिन उस समय तक वह भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा चुके थे।