अगरतला। वाम शासित पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में अगले साल होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नए और युवा चेहरों पर दाव खेलने का फैसला किया है। भाजपा के शीर्ष नेता ने कहा कि पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में 98 फीसदी नए चेहरे और 65 फीसदी युवा प्रत्याशी मैदान में उतारेगी।
भाजपा की प्रदेश कार्यकारी समिति ने रविवार की रात 11 घंटे तक चली बैठक में विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति तय की। त्रिपुरा में फरवरी, 2018 में विधानसभा चुनाव होना है।
पार्टी के एक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बिप्लब कुमार देब ने बैठक में कहा कि पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में 98 फीसदी नए चेहरों और 65 फीसदी 50 वर्ष से कम आयु के युवा प्रत्याशियों को नामांकित करेगी।
प्रवक्ता ने देब के हवाले से कहा कि सत्तारूढ़ वाम मोर्चा राज्य में भाजपा के उभार से डरी हुई है और इसीलिए राज्य सरकार प्रशासन और पुलिस का इस्तेमाल कर आतंकित करने की रणनीति अपना रही है।
देब की घोषणा के बाद राजनीतिक हलके में ऐसी चर्चा है कि राज्य में भाजपा के समर्थक सात मौजूदा विधायकों का अगले विधानसभा चुनाव में टिकट कट सकता है।
कांग्रेस के बागी विधायक रतन लाल नाथ सुदीप रॉय बर्मन के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस से बाहर किए गए छह विधायकों ने हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के पक्ष में मतदान किया था।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि ये सातों विधायक इसी महीने के आखिर तक या अगस्त की शुरुआत में औपचारिक तौर पर भाजपा में शामिल हो सकते हैं।