अजमेर। नवरात्र पर जबकि लोग व्रत उपवास रखकर शुद्धता से पानी पीने के लिए तमाम जतन करते हैं, जलदाय विभाग के एक कर्मचारी की करतूत से शहरवासियों को पानी भी शुद्धता से सप्लाई नहीं किया जा सका।
जलदाय विभाग के फायसागर रोड स्थित फिल्टर प्लांट पर तैनात कर्मचारी उस जगह शराब और मांस की पार्टी करता हुआ पकड़ा गया जहां से शहरवालों को इस पावन पर्व पर शुद्ध पानी की सप्लाई की जा रही थी।
अजमेर के फायसागर रोड स्थित फिल्टर प्लांट पर शनिवार दोपहर सरेआम शराब और मांस पार्टी के आयोजन की तैयारी चल रही थी। सूचना मिलते ही मीडिया की टीम मौके पर पहुंची तो जलदाय कर्मी सकपका गए। जब उनसे पूछा की यहां क्या पक रहा है तो उन्होंने कहा की दाल-बाटी बनाई जा रही है।
फिल्टर प्लांट परिसर की दीवार के पास बने अस्थाई चूल्हे पर मांस पकाया जा रहा था। साथ ही वहीं पर शराब की बोतल भी पड़ी थी। उल्लेखनीय है कि ये वे कर्मचारी है जो इन्ही हाथों से फिल्टर प्लांट से जलापूर्ति करते हुए उसके शुद्धिकरण के लिए फिटकरी व अन्य पाउडर छोड़ते है।
नवरात्र पर जबकि लोग शुद्धता का ख्याल रखते हैं उन्हें क्या पता कि पानी जहां से घरो में जा रहा है वहीं से ही अशुद्ध हाथों से उसकी आपूर्ति हो रही है। बताते हैं कि स्थानीय पार्षद ज्ञान सारस्वत ने मौके पर पहुंच कर कर्मचारी को लताड़ लगाई।
सारस्वत ने दु:ख व्यक्त किया अधिकारियों की अनदेखी और प्रशासनिक लापरवाही का ही नतीजा है कि की नवरात्र के मौके पर फिल्टर प्लांट में इस तरह मॉस-मदिरा का सेवन किया जाता है और त्योहार के दिन जनभावना और धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाई जा रही है।
बहरहाल अभी कर्मचारी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है। लेकिन लोगों में इस घटना को लेकर खासा रोष व्याप्त हो गया। कर्मचारी ने हालाकि कान पकड़ कर मौके पर उपस्थित लोगों से माफी मांगी लेकिन इस माफी से अधिकारियों की अनदेखी और जवाबदेही कम नहीं हो जाती। ना ही लोगों की धार्मिक आस्था को जो ठेस पहुंची है उसे दुरुस्त किया जा सकता है।
इस संबंध में संबधित अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया किन्तु वे उपलब्ध नहीं हुए।