गांधीनगर। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आठ अगस्त को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए बुधवार को नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस पार्टी को उनकी जीत का भरोसा है।
कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी और पार्टी महासचिव व गुजरात के प्रभारी अशोक गहलोत के साथ पटेल ने 57 विधायकों की मौजूदगी में अपना नामांकन राज्य विधानसभा में जमा किया। इस मौके पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व जनता दल (युनाइटेड) के विधायक भी मौजूद रहे। इन दोनों पार्टियों के एक-एक विधायक हैं।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल (67) दक्षिण गुजरात के भरुच के निवासी हैं। वह पहली बार 1993 में राज्यसभा के सदस्य बने थे। यदि वह जीतते हैं तो यह उनका पांचवा कार्यकाल होगा।
पटेल को आवश्यक प्रथम वरीयता के 46 वोट मिल पाने को लेकर पार्टी में संदेह है। बीते 17 जुलाई को हुए राष्ट्रपति चुनाव में राज्य में क्रास वोटिंग की गई। इसमें 11 विधायकों ने राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को वोट दिया था।
विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने 21 जुलाई को इस्तीफा दे दिया। माना जा रहा है कि करीब दर्जन भर विधायक वाघेला के साथ हैं। हालांकि, वाघेला ने विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि वह राज्यसभा चुनाव के बाद विधायक के तौर पर भी इस्तीफा दे देंगे।
अशोक गहलोत व भरत सिंह सोलंकी ने पटेल की हार की आशंका को खारिज किया है और पार्टी ने राकांपा और जद(यू) के विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
सोलंकी ने कहा कि आधिकारिक उम्मीदवार अहमद पटेल का समर्थन करने के लिए सभी विधायकों को व्हिप जारी हो चुका है और यदि इनमें से कोई ऐसा नहीं करता है तो उन्हें छह साल के लिए अयोग्य ठहराया जा सकता है। गुजरात से तीन राज्यसभा सीटें खाली हैं।
पटेल के साथ दो अन्य केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा के दिलीप पांड्या का राज्यसभा का कार्यकाल 18 अगस्त को खत्म हो रहा है।
हालांकि, उन्हें अभी नामांकन दाखिल करना है। भाजपा सदस्यों के बारे में फैसला बुधवार शाम पार्टी की चुनाव समिति की बैठक में लिए जाने की संभावना है। चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि 28 जुलाई है।