सबगुरु न्यूज उदयपुर। उदयपुर शहर के तीन कोपरेटिव बैंकों के संचालक मंडल के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ। इस दौरान एक मतदान स्थल श्रमजीवी काॅलेज राजनीति का अखाड़ा बन गया।
वहां समीप ही स्थित द महिला समृद्धि अरबन काॅपरेटिव बैंक के 12 डायरेक्टरों के लिए मतदान चल रहा था। ऐसा माहौल हो गया मानो यह चुनाव बैंक का चुनाव न होकर विधानसभा चुनाव हो।
इस चुनाव में चर्चा का विषय यह बना कि भाजपा के कब्जे में बने रहे संचालक मंडल का सामना भाजपा के कद्दावर नेता और राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया का विरोधी गुट माने जाने वाले स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत मंच की ओर से भी उतारे गए उम्मीदवारों से था।
सोमवार सुबह नौ बजकर 30 मिनट पर मतदान का समय था, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता गले में पार्टी का उपरणा बांध कर आठ बजे ही तैनात हो गए। धीरे-धीरे भीड़ बढ़ती गई तो स्वर्गीय भैरूसिंह शेखावत जागृति मंच के दर्जनों कार्यकर्ता भी मुट्ठीभर लगने लगे। लग्जीरियस वाहनों में मतदाताओं को लाया गया। दोनों ही गुट के समर्थकों में दिनभर नारेबाजी का माहौल रहा। एक-दो बार माहौल काफी गर्म हो गया।
हिरण मगरी स्थित द अरबन महिला समृद्धि बैंक के चुनाव मंे उस समय माहौल गर्मा गया जब फर्जी वोटिंग की सूचना मिली। एक बोगस वोटर को भी पकड़ लिया गया। लेकिन कुछ ही देर में वहां भीड़ हो गई और उस बोगस वोटर को पतली गली से निकाल दिया गया। यहां कांग्रेस समर्थित कार्यकर्ता भी विरोध करने के लिए मतदान स्थल पर पहंुच गए। माहौल को गर्माता देख खाकी को मजबूरन मतदान स्थल की हर गतिविधि को तीसरी आंख की निगरानी में रखना पड़ा।