काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को इराकी दूतावास को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले और उसके बाद हुई गोलीबारी में कई सारे लोग मारे गए हैं। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट(आइएस) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि चार हमलावरों ने पड़ोसी शेर-ए-नॉ इलाके में दूतावास परिसर को निशाना बनाया। एक आत्मघाती हमलावर ने दूतावास के गेट पर खुद को उड़ा दिया, जबकि तीन अन्य ने परिसर को निशाना बनाया।
अफगानी मीडिया रपट के अनुसार आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि सुबह लगभग 11.10 बजे चार हमलावरों ने इराकी दूतावास पर हमला किया। शुरुआत में, एक आतंकी ने दूतावास के गेट पर अपने बम को विस्फोटित किया और तीन अन्य हमलावर इमारत के अंदर प्रवेश कर गए।
टोलो न्यूज की रपट के अनुसार, आतंकी पुलिस वर्दी में थे। हालांकि आंतरिक मंत्रालय हताहतों की स्पष्ट संख्या का ब्योरा नहीं दे सका, लेकिन उसने बताया कि दूतावास के कर्मचारी सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं।
मंत्रालय की ओर से बताया गया कि आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी भी हुई। इससे पहले क्षेत्र से नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। इस्लामिक स्टेट ने कहा है कि उसने इस हमले को अंजाम दिया है।
आईएस से जुड़ी अमाक न्यूज एजेंसी द्वारा ऑनलाइन प्रकाशित दो अप्रमाणित बयानों में बताया गया कि आईएस लड़ाकों ने इराकी दूतावास के प्रवेश द्वारा पर विस्फोट किया और उनमें से दो इमारत के अंदर दाखिल हो गए, जहां उनकी सुरक्षाकर्मियों के साथ लड़ाई हुई, जिसमें कम से कम सात सुरक्षाकर्मी मारे गए।
अफगान विशेष बल के सदस्यों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। सोशल मीडिया में फैली तस्वीरों में विस्फोटों के कारण आसमान में धुंए का गुबार देखा गया।
इस हमले से एक हफ्ते पहले ही एक आत्मघाती हमलावर ने काबुल में सरकारी कर्मियों को निशाना बनाया था, जिसमें कम से कम 35 लोग मारे गए थे। पिछले हफ्ते के हमले की तालिबान ने जिम्मेदारी ली थी।
संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार अफगानिस्तान में 2017 के प्रथम छह माह में कम से कम 1,662 नागरिक मारे गए हैं। इनमें से 20 प्रतिशत मौतें राजधानी में हुई हैं।