सिरोही। सिरोही कोतवाली में रात्रि को तैनात डयूटी आॅफिसर की लापरवाही ने सवेरे पूरे शहर में तनाव का वातावरण बना दिया। स्थिति यह हुई कि शुक्रवार सवेरे पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों को इस बवाल को थामने के लिए करीब पांच घंटे से ज्यादा तक मशक्कत करनी पडी। शहर की एक गली में गुरुवार रात को करीब बारह बजे बाद कुछ युवक खडे थे। उनका कहना था कि पिछले कई दिनों से देर रात को यह युवक इस गली में मंडराते थे, मौहल्लेवासियों को यह अजीब लगा और वह यह समझे कि कोई अज्ञात चोर सिरोही गली में रैकी करने आया है। कुछ देर बाद यह युवक गली के एक मकान में घुस गए, जिसमें एक किशोरी अकेली रहती थी।
मौहल्लेवासियों ने हत्या और चोरी जैसी कोई आपराधिक घटना करने की नीयत से इन युवकों के घर में घुसने की आशंका जताई और सिरोही कोतवाली फोन किया। लोगों को आरोप था कि फोन करने के आधे घंटे तक डयूटी आॅफिसर नहीं पहुंचा तो मोहल्लेवासियों ने फोन करके इसकी सूचना कंट्रोल रूम में दी। जब कंट्रोल रूम को फोन किया तो डयूटी आॅफिसर महबूब अली उस गली में पहुंचे। लोगों ने बताया कि इस घर में दो युवक घुसे हैं और वह किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने आए हैं। इस पर वह उस घर में घुसे और तलाशी लेकर बाहर आए और मोहल्ले के युवकों को कहा कि अंदर कुछ नहीं है, इस पर कुछ युवकों से उनकी बहस भी हो गई। इस पर वह संदिग्ध युवकों की मोटरसाइकिल ले गए। आपराधिक वारदात के अंदेशे से कई युवक निगाह बनाए रखे।
सवेरे घर में रहने वाली दो लडकियां परीक्षा देने के लिए निकली और घर पर ताला लगाया तो उनके साथ कोई युवक नहीं निकले। इस पर मोहल्ले वाले एकत्रित होते गए। बात जंगल की आग की तरह फैली तो यहां शहरवासियों को मजमा लगने लगा। पुलिस भी पहुंची।
बहुत विरोध होने पर जब पुलिस ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर इस घर का ताला तोडा तो अंदर दो युवक थे। इस पर मोहल्लेवासी आक्रोशित हो गए। इस बीच घर से बाहर खडे लोगों को किसी ने यह कह दिया कि यह समुदाय विशेष के युवक हैं तो पूरे शहर के लोग यहां एकत्रित होने लगे। लोगों को जब पता पडा कि यह युवक रात से ही यहां थे तो सभी ने रात्रि के डयूटी आॅफिसर महबूब अली पर इन्हें रात को ही बाहर नहीं करके इनका सहयोग करने का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया। स्थिति इतनी विकट हो गई थी कि इन युवकों को मारने के लिए लोग घर में घुसने लगे। इस बीच करीब पौन दर्जन पुलिसकर्मी ही यहां थे।
स्थिति बिगडती देख सीआई विरेन्द्रसिंह पहले ही पहुंच गए थे, इनके साथ ही डीएसपी तेजसिंह भी पहुंच गए। लोग मेहबूब अली को निलम्बित करने और युवकों को उनको सौंपने की मांग करने लगे। इस स्थिति नहीं संभली तो डीएसपी ने पुलिस अधीक्षक से बात करके महबूब अली को निलम्बित कर दिये जाने की बात सबको कही।
इस पर भी भीड इन युवकों को सौंपने पर उतारू थी। इतने में जब यह पता पडा कि दोनों युवकों में से सिर्फ एक ही समुदाय विशेष का है और दूसरा एक संगठन से जुडे हुए समुदाय का युवक है तो यहां मुंह पर कपडा लपेटकर युवकों को पीटने पहुंचे लोगों ने अपने चेहरे से रूमाल हटा लिया। अब यही लोग मोहल्लेवासियों से इन युवकों को पिटने से रोकने के लिये प्रयास करते दिखे।
करीब चार-पांच घंटे के हंगामे के बाद पुलिस इस बंद और संकडी गली में से बडी मुश्किल से आरएसी आने के बाद इन दो युवकों को अपनी जीप में बैठाने में कामयाब हो पाई। इस बीच पुलिस को भीड को हटाने के लिए हल्की जोर आजमाइश भी करनी पडी। इस बीच व्यापार मंडल ने बाजार बंद करने की घोषणा भी कर दी थी, यह बात अलग है कि बाद में इसे स्थगित कर दिया गया।
रात को डयूटी आॅफिसर की हल्की सी लापरवाही ने सवेरे प्रशासन की परेड करवाकर पूरे शहर को पांच घंटे तक तनाव में रखा।
दर्ज करवाई बलात्कार की रिपोर्ट
थानाधिकारी वीरेंद्रसिंह जोधा ने बताया कि एक किशोरी के पिता ने बताया कि उसकी पुत्री दसवीं में पढ़ती है और सिरोही में अपनी दिवंगत नानी के मकान में रह रही है। मोहल्ले के लोगों ने शुक्रवार सवेरे उसे मोबाइल पर फोन कर बताया कि उसकी पुत्री परीक्षा देने गई है एवं रात से ही दो युवक उसके मकान में है। सूचना मिलने पर वह सिरोही पहुंचा।
लोगों में दिखा जबरदस्त आक्रोश
लोगों के भारी तादाद में जमा होकर विरोध जताने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर हालात बिगडने की स्थिति भांपते हुए आरएसी के साथ भारी पुलिस बल बुलवाया गया। डीएसपी तेजसिंह राठौड़ समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लड़की के आने का इंतजार किया। लेकिन, उसके नहीं आने पर पुलिस ने ऊपर जाने वाले दरवाजे को धकेला तो वो स्वत ही खुल गया।
भीतर प्रवेश करने पर कोई नहीं मिला। लेकिन, एक कमरे के ताला लगा मिला। लोगों को आशंका थी कि युवक उसमें ही है। इस पर ताला तोड़ा गया तो दोनों युवक आल्मारी के पीछे नजर आए। पुलिस ने दोनों को धर दबोचा एवं बाहर ले आई। इस बीच भीड़ में शरीक लोग उन्हें सौंपने की मांग करने लगे तो कई लोग पैदल थाने ले जाने की। अनहोनी की आशंका भांपते हुए पुलिस ने लोगों को वहां से हटाया एवं जीप में डालकर दोनों युवकों को थाने ले गई।
थाने लाए किशोरी को
इस दौरान पुलिस ने किशोरी को तलाश किया लेकिन, पता नहीं चला। काफी देर बाद उसके एक सहेली के यहां होने की सूचना मिली तो पुलिस उसे थाने ले आई। इस बीच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निर्मला विश्नोई भी थाने पहुंच गई। उनकी मौजूदगी में हैडकांस्टेबल श्यामा ने पूछताछ की एवं उसे चिकित्सकीय परीक्षण के लिए अस्पताल ले गए। देर शाम किशोरी के पिता ने दोनों युवकों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
निलम्बित किया है एएसआई को
गम्भीर प्रकरण में प्रारम्भिक तौर पर मौके पर गए एएसआई मेहबूब अली की लापरवाही सामने आई है। उसे निलम्बित कर लाइन में भेज दिया गया है।
समीरकुमार सिंह पुलिस अधीक्षक-सिरोही
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