देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन के कारण वार्षिक बद्रीनाथ और कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा के रास्ते कई जगहों पर अवरुद्ध हो गए।
एक सरकारी अधिकारी ने शनिवार को बताया कि बद्रीनाथ राजमार्ग, चमोली जिले में लामबगड़ इलाके में बंद कर दिया गया है। कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रियों के 14वें जत्थे को डीडीहाट क्षेत्र में रोक दिया गया है।
हालांकि, सिखों के तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्री इसके मार्ग में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने के कारण सामान्य रूप से आगे बढ़ रहे हैं।
गंगा नदी का जल स्तर उफान पर है। साथ ही राज्य की अन्य नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है।
एक जिलाधिकारी ने कहा कि गैरसैंण में कुनीगाड में बादल फटने के कारण दो घर क्षतिग्रस्त हो गए और एक महिला लापता हो गई है।
रुद्रप्रयाग में भारी बारिश जारी है और गौरीकुंड राजमार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया है, जिसके कारण केदारनाथ यात्रा बाधित हो गई है।
अधिकारी ने कहा, गंगोत्री और यमुनोत्री तीर्थयात्राएं राज्य के इन हिस्सों में भारी बारिश के बावजूद रास्ता साफ होने के चलते जारी हैं।
बाढ़ नियंत्रण इकाईयों के अनुसार हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से 40 सेमी ऊपर बह रही है।
अल्मोड़ा में भारी बारिश की चेतावनी के बाद सभी स्कूलों को अगले कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।