प्योंगयांग। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा देश पर नए प्रतिबंध लगाए जाने से भड़के उत्तर कोरिया ने इसे अवैध और आतंकवादी कार्रवाई बताते हुए वास्तविक कार्रवाई (फिजिकल एक्शन) करने की धमकी दी है।
एक बयान में उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षण करने पर नवीनतम प्रतिबंधों को दंडात्मक कार्रवाई माना है और अमरीका और उसके सहयोगी देशों को नतीजा भुगतने की धमकी दी है।
देश की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए द्वारा प्रकाशित उत्तर कोरियाई एशिया-प्रशांत शांति समिति के प्रवक्ता के मुताबिक, अमरीका और उसके सहयोगियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि हम अपनी राष्ट्रीय शक्ति को पूरी तरह से संगठित करके ‘फिजिकल एक्शन’ सहित अन्य रणनीतिक कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
यह समिति वर्कर्स पॉर्टी ऑफ नार्थ कोरिया से जुड़ी हुई है और इसने अमरीका पर यह भी आरोप लगाया है कि वह अन्य देशों को डराकर प्रतिबंधों को अपनाने के लिए मजबूर कर रहा है। समिति ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को उत्तर कोरिया के खिलाफ आतंकवादी कार्रवाई करार दिया है।
केसीएनए द्वारा मंगलवार को अलग से जारी एक बयान में किम जोंग-उन की सरकार ने उत्तर कोरिया से सटी पश्चिमी सीमा पर दक्षिण कोरिया पर सैन्य अभ्यास (लाइव फायर) करने का आरोप लगाया और उसे धमकी दी कि ऐसा करने से वह (दक्षिण कोरिया) आग की नदी में तब्दील हो सकता है।
उत्तर कोरिया ने तर्क दिया है कि इसके परमाणु व मिसाइल कार्यक्रम का उद्देश्य अमरीकी हमले को रोकना है। उत्तर कोरिया का अमरीका के साथ 60 सालों से भी ज्यादा समय से तकनीकी रूप से युद्ध चल रहा है।
उत्तर कोरिया पर लगा नवीनतम प्रतिबंध उसके द्वारा चार जुलाई को पहले अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण करने और फिर 28 जुलाई को इसी तरह के दूसरे मिसाइल का परीक्षण करने के जवाब में है। ये परीक्षण सफल रहे थे।