अहमदाबाद। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को स्वीकार किया कि राज्यसभा चुनाव में उनके प्रत्याशी बलवंतसिंह राजपूत को अपेक्षा से कम वोट मिले। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए बलवंत कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल से हार गए।
शाह ने मंगलवार को राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद बुधवार को गुजरात विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
मंगलवार देर रात तक चले राजनीतिक उठापटक के बीच रणनीतिक हार झेलने के बावजूद शाह ने बुधवार को राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस को चुनौती दी।
गुजरात विधानसभा सदस्य के तौर पर अपने आखिरी संबोधन में शाह ने कहा कि वह अपनी उस बात पर अडिग हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा 150 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
शाह ने विधानसभा अध्यक्ष रमन वोरा को उनके आवास पर जाकर अपना त्यागपत्र सौंपा। शाह ने कहा कि गुजरात के पिछले 20 वर्षो को विकास के इतिहास में स्वर्णिम काल के तौर पर देखा जाएगा।
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि काम करने के लिए तैयार रहिए और आगामी विधानसभा चुनाव में तीन-चौथाई बहुमत हासिल करना सुनिश्चित कीजिए।
भाजपा के राज्य प्रवक्ता भरत पांड्या ने कहा कि कांग्रेस के बागी नेता शंकरसिंह वाघेला अगर भाजपा में शामिल होना चाहें तो पार्टी इस पर विचार करेगी।
पिछले महीने कांग्रेस छोड़ते हुए वाघेला ने कहा था कि वह किसी अन्य दल के साथ नहीं जाएंगे और न ही अपनी पार्टी बनाएंगे।
दूसरी ओर मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में पटेल के पक्ष में मतदान करने वाले 43 कांग्रेस विधायकों ने वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और आगामी विधानसभा चुनाव में पूरे दमखम के साथ लड़ने का संकल्प लिया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में जीत ने हमारा आत्मबल कई गुना बढ़ा दिया है। अहमदभाई अहम भूमिका निभाएंगे।