कैंडी। भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन के दम पर पेल्लेकेले स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को श्रीलंका को एक पारी और 171 रनों से हराकर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली।
भारत ने पहली बार तीन मैचों की सीरीज में किसी टीम का अपने देश के बाहर सूपड़ा साफ किया है। भारत ने गॉल में खेले गए पहले टेस्ट में श्रीलंका को 304 रनों से हराया था। इसके बाद कोलंबो में उसने मेजबान टीम को एक पारी और 53 रनों से हराकर सीरीज अपने नाम की थी। यह भारत की श्रीलंका में पारी के अंतर से पहली जीत थी।
इसके बाद भारत ने कैंडी का रुख किया और तीसरे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए शिखर धवन (119), लोकेश राहुल (85) और अपने करियर का पहला सैकड़ा जड़ने वाले हार्दिक पांड्या (108) की शानदार पारियों के दम पर अपनी पहली पारी में 487 रन बनाए।
इसके बाद भारत ने कुलदीप यादव (40-4) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के दम पर श्रीलंका की पहली पारी 135 रनों पर समेट कर उसे फॉलोऑन को मजबूर कर दिया। श्रीलंका फॉलोऑन करते हुए तीसरे दिन का दूसरा सत्र समाप्त होने से पहले ही 181 रन बनाकर सिमट गई।
इसके साथ ही भारत ने 2015 से लेकर अब तक लगातार नौ सीरीज जीतकर आस्ट्रेलिया के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है। 2005 से 2008 के बीच आस्ट्रेलिया ने लगातार नौ सीरीज जीती थी।
फॉलोऑन के लिए उतरी श्रीलंकाई टीम ने दूसरे दिन रविवार को एक विकेट के नुकसान पर 19 रन बनाए थे। सोमवार को पारी को आगे बढ़ाने उतरी मेजबान टीम ने पहले सत्र की समाप्ति तक अपने चार विकेट खोकर 82 रन बनाए। भोजनकाल तक आउट होने वाले तीन बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने (19), मलिंदा पुष्पकुमारा (1) और कुशल मेंडिस (12) रहे। उपुल थरंगा (7) दूसरे दिन के अंतिम सत्र में आउट हुए थे।
दूसरे सत्र में श्रीलंका की पारी को आगे बढ़ाने उतरे कप्तान दिनेश चांडीमल (36) और एंजेलो मैथ्यूज (35) ने 65 रनों की साझेदारी कर टीम को संभालने की कोशिश की लेकिन कुलदीप ने चेतेश्वर पुजारा के हाथों चांडीमल को कैच आउट कर बड़ा रूप लेने से पहले इस साझेदारी को विराम लगा दिया।
इसके बाद रविचंद्रन अश्विन ने मैथ्यूज को पगबाधा आउट कर श्रीलंका का छठा झटका दिया। निरोशन डिकवेला (41) ने इसके बाद श्रीलंका की पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन दूसरे छोर पर साथ देने आए बल्लेबाज दिलरुवान परेरा (8) और लक्षण संदाकन (8) ज्यादा देर तक मैदान पर टिक नहीं पाए। परेरा को अश्विन ने और संदाकन को शमी ने पवेलियन पहुंचाया।
उमेश यादव ने एक छोर पर मेजबान टीम की पारी संभाले डिकवेला को 168 के स्कोर पर रहाणे के हाथों कैच आउट कर मेजबानों का नौंवा विकेट गिराया। अश्विन ने इसके बाद लाहिरु कुमारा (10) को पवेलियन भेजने के साथ ही 181 के स्कोर पर श्रीलंका की पारी समेट दी।
दूसरी पारी में भारत के लिए अश्विन ने सबसे अधिक चार विकेट लिए वही शमी तीन और उमेश को दो सफलता हासिल हुई। कुलदीप भी एक विकेट लेने में सफल रहे। कुलदीप ने इस मैच में कुल पांच विकेट लिए।