काबुल। अफगान सुरक्षा बलों को अशांत उत्तरी सारी पुल प्रांत में एक ऐसी सामूहिक कब्र मिली जिसमें एक साथ 40 शव दफन किए गए थे।
मंगलवार को इन शवों की बरामदगी ऐसी खबरों के बीच हुई कि इस्लामिक स्टेट व तालिबान संगठन के प्रति वफादार आतंकवादियों ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण मिर्जा ओलांग जिले में दो हफ्ते पहले कब्जे के दौरान 50 से ज्यादा नागरिकों की हत्या कर दी थी।
आईएस ने नरसंहार की जिम्मेदारी ली है और एक बयान में कहा कि उसके लड़ाकों ने जिले में 54 लोगों की हत्या की।
हालांकि, तालिबान ने इस रक्तपात में शामिल होने से इनकार किया है लेकिन गांव के लोगों ने कहा कि तालिबान व आईएस आतंकियों ने संयुक्त रूप से मिर्जा ओलांग पर हमला किया और मानवता के खिलाफ अपराध किया।
मारे गए लोगों में ज्यादातर को गोली मारी गई है, कुछ का सिर कलम किया गया है। इलाके को मुक्त कराने के लिए सरकारी बलों ने बड़े स्तर पर सप्ताहांत में कार्रवाई की और जिले पर मंगलवार को फिर कब्जा कर लिया।
सैन्य कमांडर जनरल अमानउल्ला मोबीन ने मीडिया से कहा कि सुरक्षा बल मिर्जा ओलांग को विद्रोहियों से खाली कराने में सफल रहे और वहां फिर से सरकार का नियंत्रण बहाल किया। देश के लोगों ने मिर्जा ओलांग में नागरिकों के नरसंहार की कड़ी निंदा की।