नई दिल्ली। सात चोटियों को सबसे कम वक्त में लांघने वाले भारतीय पर्वतारोही माली मस्तान बाबू मृत पाए गए हैं। वह अर्जेंटीना में एंडीज पर्वत की चढ़ाई पर थे और 24 मार्च से गायब थे।
मस्तान कमाल के पर्वतारोही थे। इनके नाम कई रेकॉर्ड्स और उपलब्धियां हैं। मस्तान दुनिया के एकलौते ऐसे पर्वतारोही थे जिन्होंने सात चोटियों को सबसे कम वक्त में लांघा था। 2006 में इन्होंने 172 दिनों में सात महाद्विपों की सात चोटियों को लांघा था।
माली मस्तान पहले भारतीय हैं जिन्होंने अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी विंसन मासिफ को लांघा। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के मस्तान पहले पर्वतारोही हैं जिन्होंने माउंट एवरेस्ट फतह किया।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट कर मस्तान बाबू के असामयिक निधन पर दुख जताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इससे पहले कहा था कि वह साउथ अमेरिकी अथॉरिटीज से माली मस्तान की खोज को लेकर संपर्क में है।
विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों के बीच समन्वय की बात कही थी। माली मस्तान की बहन डोरासनाम्मा सर्च ऑपरेशन को लेकर अर्जेंटीना में थीं। सरकारी अधिकारियों के जरिए मस्तान की मौत की खबर परिवार वालों को दे दी गई थी।
मस्तान बाबू आंध्र प्रदेश में नेल्लौर के रहने वाले थे। इन्होंने आईआईएम कोलकाता, आईआईटी खड़गपुर, एनआईआईटी जमशेदपुर और सैनिक स्कूल से पढ़ाई की। इन्होंने 16 दिसंबर को एंडीज पर्वतों पर चढ़ने के लिए घर छोड़ा था।
यह अर्जेंटीना और चिली की सरहद पर है। इन्होंने जब इस पर्वट पर चढ़ाई शुरू की तो दुर्भाग्य से मौसम खराब हो गया और मस्तान 24 मार्च से गायब थे। इनके फेसुबक पेज पर ऐलान किया गया कि पर्वत ने अपने प्यारे बच्चे को वापस बुला लिया।
गायब होने के बाद माली मस्तान बाबू के लिए उनके दोस्तों और शुभचिंतकों ने ‘रेस्क्यू माली मस्तान बाबू‘ नाम से फेसबुक पेज बनाया था। इस पेज पर माली मस्तान से जुड़े हर अपडेट्स दिए जाते थे।