इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका द्वारा हिजबुल मुजाहिदीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी समूह घोषित करना दुखद है।
साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने दावा किया कि अमेरिका ने हमेशा पाकिस्तान के आतंकवाद-रोधी प्रयासों का स्वागत किया है। ऐसे में यह निर्णय ‘दुखद’ है।
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, जकरिया ने कहा कि कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए पिछले 70 सालों से संघर्ष चल रहा है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान-भारत संबंधों में प्रमुख मुद्दा कश्मीर है, जिसका बातचीत से समाधान निकाला जाना चाहिए।
डॉन ने कहा कि हिजबुल मुजाहिदीन को ब्लैकलिस्ट करके अमरीका ने पाकिस्तान पर अपना दवाब बढ़ाया है ताकि वह कथित तौर पर उसके क्षेत्र का इस्तेमाल करने वाले आतंकवादी समूहों पर शिकंजा कसे, जो सरहद पार अफगानिस्तान और कश्मीर में हमले करते हैं।
अमरीकी विदेश विभाग ने बुधवार को हिजबुल मुजाहिदीन को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित कर अपने नागरिकों को इस संगठन के साथ किसी प्रकार के लेनदेन से रोक दिया।