गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज जिले के बाढ़ प्रभावित बरौली प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को एक गर्भवती महिला के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान किसी मसीहा से कम साबित नहीं हुए। प्रसव-पीड़ा से तड़प रही महिला ने एनडीआरएफ की नाव पर ही एक बच्ची को जन्म दिया।
गोपालगंज के एक अधिकारी ने बताया कि बाढ़ग्रस्त रामपुर गांव निवासी ब्रजेश कुमार की पत्नी मंजू देवी (26) को शुक्रवार की सुबह प्रसव-पीड़ा शुरू हुई। किसी तरह इसकी सूचना एनडीआरएफ के जवानों तक पहुंचाई गई।
प्रसव-पीड़ा से बेचैन मंजू देवी अपने पति ब्रजेश कुमार, अपने परिवार के साथ एनडीआरएफ की नाव से नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए जैसे ही सवार हुई, उसकी पीड़ा बढ़ गई। एनडीआरएफ के प्रशिक्षित उपचारकों ने स्थिति को कुशलता से संभाला। उनकी देखरेख व निगरानी में महिला ने नाव पर ही बच्ची को जन्म दिया।
मां और नवजात बच्ची, दोनों स्वास्थ्य बताए जा रहे हैं। इसके बाद महिला को बरौली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया गया।
एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि एनडीआरएफ के सभी बचावकर्मियों को ‘चाइल्ड बर्थ’ से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिससे आपदा में प्रसव पीड़ित महिलाओं की मदद की जा सके। एनडीआरएफ की टीम के साथ चाइल्ड बर्थ किट भी मौजूद होती है, जो जरूरत पड़ने पर बचावकर्मियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
इससे पहले, बुधवार को मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के बाढ़ग्रस्त इलाके से एक प्रसव पीड़िता को सुरक्षित निकालने के क्रम में एक बच्ची ने एनडीआरएफ की नाव पर जन्म लिया था।