भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भोपाल के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शनिवार को मोर्चा और प्रकोष्ठ की कार्यशैली पर सवाल उठाए और निचली स्तर तक इकाइयों का गठन न हो पाने पर नाराजगी जताई। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को प्रदेश मोर्चा अध्यक्ष और प्रकोष्ठों के संयोजकों की बैठक में उनके कार्यो की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि जब मोर्चा अपनी इकाइयों का ही गठन नहीं कर पाए हैं, तो सवाल उठता है कि आखिर संगठन का काम चल कैसे रहा है। यहां अगले वर्ष चुनाव होने वाले हैं, चुनाव के लिए साल नहीं माह बचे है, लिहाजा संगठन का मजबूत होना जरूरी है।
सूत्रों के अनुसार शाह ने मोर्चा पदाधिकारियों से कहा कि वे सबसे ज्यादा अपना ध्यान अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग पर केंद्रित करें। जहां पार्टी की स्थिति कमजोर है, वहां ज्यादा कार्यक्रम करें।
ज्ञात हो कि शाह के भोपाल आने के एक दिन पहले तक विभिन्न इकाइयों ने अपने पदाधिकारियों की नियुक्तियों की सूची जारी की।
भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष अभिलाष पांडे ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक सकारात्मक रही, युवाओं को पार्टी की मजबूती और राष्ट्र के लिए काम करने के निर्देश दिए गए।
शाह शाम पांच बजे पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और कोर ग्रुप की बैठक में हिस्सा लेने के बाद साढ़े छह बजे भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश नारायण सारंग की पुस्तक का विमोचन करेंगे।
उन्होंने अपनी यात्रा के पहले दिन शुक्रवार को पार्टी दफ्तर में बैठकें कर संगठन और सरकार की प्रतिक्रिया ली। इतना ही नहीं, कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपनी बात खुलकर रखें, किसी से डरें नहीं।