सबगुरु न्यूज उदयपुर। उदयपुर के भारतीय लोक कला मण्डल के रंगमंच पर राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर एवं भारतीय लोक कला मंडल के तत्वावधान में दी परफोरमर्स के सहयोग से नाटक ‘‘बल्ब जलेगा..?’’ का प्रभावी मंचन हुआ।
संस्था के सहायक निदेशक गोवर्धन सामर व मानद सचिव रियाज तहसीन ने बताया कि राजस्थान संगीत नाटक अकेडमी, जोधपुर की मासिक नाट्य योजना के तहत भारतीय लोक कला मंडल व राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा दी परफोरमर्स के सहयोग से अभिनय गुरुकुल कल्चरल एजुकेशनल सोसायटी, जोधपुर द्वारा नाटक ‘‘बल्ब जलेगा..?’’ की प्रभावशाली प्रस्तुति पेश की गई।
नाटक ‘‘बल्ब जलेगा..?’’ एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो अपने घर के लिए बल्ब खरीदने जाता है, जहां दुकानदार और बल्ब की कम्पनी का एक मुलाजिम उस बल्ब का इतना विज्ञापन करते हैं कि गिरिजा प्रसाद उस बल्ब की जांच करने उसी दुकान पर धरना देकर बैठ जाता है, उसके इस कदम पर राष्ट्रीय कम्पनियां, बहुराष्ट्रीय कम्पनियां राजनीति, मीडिया और सामाजिक हलके में एक तूफान आ जाता है।
सभी इस धरने को अपने अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश करते हैं और अंत में इस सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक उपभोक्तावाद के चलते आम आदमी को अंधेरे के अलावा कुछ नहीं मिलता।
कार्यक्रम के अन्त में मानद सचिव, रियाज तहसीन ने सभी कलाकारों को माल्यार्पण कर सम्मानित किया। इस नाटक के लेखक फरीद बज्मी व निर्देशक अरू-स्वाति व्यास एवं मुख्य पात्रों में अशोक बोहरा, नीतू, निखिल, सुधांशु मोहन, नेमीचंद, प्रफुल, मोहनदास, रघुवंश, हितेन्द्र, हिमांशु, रितेश, नवीन, अद्वेत, ईशान, अरुण एवं प्रीति की भूमिका सराहनीय थी तथा मंच सज्जा रितेश बोड़ा की प्रशंसनीय थी।