रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में एक कर्मचारी की लापरवाही से रविवार की शाम ऑक्सीजन की आपूर्ति रुक जाने से वहां भर्ती तीन बच्चों की मौत हो गई।
इस घटना ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण 36 बच्चों की मौत की घटना की याद दिला दी।
अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक ड्यूटी के दौरान ऑक्सीजन प्लांट का कर्मचारी शराब के नशे में धुत मिला और उसने सीएमओ से झगड़ा भी किया। उसी की लापरवाही से ऑक्सीजन की आपूर्ति रुक गई। सीएमओ की शिकायत पर मौदहापारा थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जांच के आदेश दिए और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
रविवार की शाम अंबेडकर अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति के दौरान अचानक प्रेशर कम होने लगा। प्रेशर कम होने से मरीजों को तकलीफ होने लगी, तो वहां हड़कंप मच गया। मौजूद डॉक्टर और नर्स ने सीएमओ को इसकी जानकारी दी। अंबेडकर अस्पताल में आपात चिकित्सा विभाग के सीएमओ डॉ. अनिल बघेल तत्काल अंबेडकर अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट पहुंचे।
ऑक्सीजन प्लांट में कर्मचारी रवि चंद्रा (30) की ड्यूटी थी। वह प्लांट में शराब के नशे में बेसुध पड़ा था, जिससे अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति का तकनीकी संचालन प्रभावित हुआ। धीरे-धीरे प्रेशर बिल्कुल कम हो गया।
सीएमओ ने खुद रवि को जगाने की कोशिश की, तो वह उनसे झगड़ा करने लगा। सीएमओ ने मौदहापारा थाना पुलिस से संपर्क किया और थाने में आरोपी रवि के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 186 के तहत रवि को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया गया है कि अस्पताल के बच्चा वॉर्ड में 30 से ज्यादा बच्चे भर्ती थे। 10 बच्चे वेंटिलेटर पर थे, जिनमें से तीन की हालत गंभीर थी। इन्हीं तीनों की मौत हो गई।
स्वास्थ्य आयुक्त आर. प्रसन्ना ने कहा कि रविवार रात ऑक्सीजन सप्लाई में प्रेशर कम हुआ था, वह बंद नहीं हुई थी। तत्काल ऑक्सीजन सप्लाई ठीक कर दी गई। मैकेनिक की लापरवाही से प्रेशर कम हुआ था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई। उनकी हालत पहले से ही गंभीर थी।
अंबेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विवेक चौधरी ने कहा कि तीनों बच्चों को गंभीर बीमारी थी, उनकी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। हालांकि जांच के बाद ही असलियत सामने आएगी।