चंडीगढ़। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर कथित तौर पर यौन दुष्कर्म मामले पर शुक्रवार को फैसले से पहले चंडीगढ़ और पंचकुला के आसपास के क्षेत्रों में कर्फ्यू जैसी स्थिति की वजह से सन्नाटा पसरा हुआ है।
पंचकुला में गुरमीत राम रहीम के दो लाख से अधिक अनुयायी जुटे हुए हैं और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में केंद्रीय अर्धसैनिकबलों की मदद के लिए बुलाई गई सेना के प्रयासों के बावजूद स्थान को खाली नहीं कर रहे हैं।
पंचकुला के सेक्टर छह की एक स्थानीय निवासी एवं गृहिणी दीपिका नारंग ने आईएएनएस को बताया, “हम अपने घरों में दुबके हुए हैं, बाहर नहीं निकल रहे हैं क्योंकि बीते तीन दिनों से हजारों की संख्या में डेरा के अनुयायी यहां इकट्ठा हैं।”
दीपिका ने कहा कि घर में दूध और अन्य जरूरी सामान की किल्लत है। वह कहती हैं कि मेरे दमे से पीड़ित ससुर एस.डी.नारंग की दवाइयां भी खत्म हो गई हैं।
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डेरा प्रमुख पर फैसले से पहले चंडीगढ़ में कर्फ्यू जैसे हालात
डेरा प्रमुख ने अनुयायियों से शांति बनाए रखने की अपील की
एक अन्य निवासी शिवानी भटनागर ने कहा कि अभी तक डेरा के अनुयायी शांत हैं। उनसे किसी तरह का खतरा नहीं है लेकिन अगर अदालत का फैसला गुरमीत राम रहीम के खिलाफ आता है तो दंगे जैसी स्थिति की संभावनाएं हैं।
भटनागर ने कहा कि ये लोग हमारे घरों के सामने जमा हो गए हैं, जिससे हमारी जिंदगी और संपत्ति को खतरा है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर पंचकुला के कुछ आवासीय इमारतों के चारों ओर बाड़ बना दी है ताकि डेरा के अनुयायी वहां तक नहीं पहुंच सके।
गुरमीत राम रहीम सिंह पर उनकी एक पूर्व शिष्या द्वारा लगाए गए यौन दुष्कर्म के मामले पर दोपहर 2.30 बजे के आसपास फैसला आ सकता है।