न्यूयॉर्क। एक शोध में पता चला है कि 10,000 गुना छोटे हीरे की मदद से लीथियम की बैट्री में आग लगने से बचाया जा सकता है।
जर्नल नेचर कम्युनिकेशंस के मुताबिक शोधकर्ताओं ने पूरी प्रकिया के बारे में तफसील से बताया कि नैनो डायमंड इलेक्ट्रोकेमिकल की मात्रा को कम कर देता है, जिससे लीथियम की बैट्री में शॉट सर्किट होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
अमेरिका के ड्रेक्सल विश्वविद्यालय के प्रोफसर युरी गोगोत्सी ने कहा कि फिलहाल नई तकनीक का प्रयोग कम महत्वपूर्ण एप्लीकेशन में इस्तेमाल किया जाएगा, न कि मोबाइल और कार बैट्री में।
रासायनिक घटनाओं से बचाने के लिए नई बैट्रियों में इलेक्ट्रोलाइट के जरिए सुरक्षा दी जा सकती है, ताकि मोबाइल बैट्रियों के कारण होने वाली भयानक घटनाओं से निपटा जा सके।
दो इलेक्ट्रोडों के बीच आयनों में इलेक्ट्रोकेमिकल प्रक्रिया होने लगती है, जिससे इलेक्ट्रिकल करंट पैदा होता है। इसी तकनीक से बैट्रियों को चार्ज किया जाता है।
नए शोध के मुताबिक नैनो डायमंड इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन के जरिए डेंड्राइट फॉरमेशन को बिल्कुल कम कर देता है, जिससे मोबाइल की स्टोरेज एनर्जी बढ़ जाती है।
गोगोत्सी ने बताया कि इलेक्ट्रोलाइट एडिटिव्स को नैनो डायमंड के माफिक माना जा सकता है, जिसका प्रयोग उच्च घनत्व के साथ सुरक्षित लीथियम बैट्री के लिए किया जा सकता है।