चंडीगढ़। हरियाणा के सिरसा में अधिकारियों ने मंगलवार को डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय से 18 नाबालिग लड़कियों को बाहर निकाला। इनका चिकित्सकीय परीक्षण होगा।
सिरसा के उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने बताया कि सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 18 वर्ष तक की उम्र की 18 लड़कियों को डेरा मुख्यालय से बाहर निकाला गया।
अभी ये लड़कियां बाल संरक्षण अधिकारी की निगरानी में हैं और बाद में उन्हें विभिन्न जगहों पर स्थित बाल संरक्षण संस्थाओं में भेज दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इन लड़कियों का चिकित्सकीय परीक्षण करवाया जाएगा।
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 1999 में अपनी दो शिष्याओं के साथ दुष्कर्म करने और उन्हें आपराधिक धमकी देने के अपराध में केंद्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत ने सोमवार को 20 साल की सजा सुनाई है।
उपायुक्त ने बताया कि इसके अलावा डेरा में रह रहे 650 लोगों को उनके घरों को भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब डेरा में सिर्फ 250 से 300 लोग ही बचे हैं।
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उपायुक्त ने बताया कि सिरसा में शांति बनी हुई है और डेरा को जाने वाली सड़कों को छोड़कर शेष कस्बे में मंगलवार को शाम 7 बजे तक के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई है।
उन्होंने कहा कि इंटरनेट सेवाएं भी शुरू कर दी गई हैं। शैक्षणिक संस्थान और बैंक फिर से खुल गए हैं और नागरिक अपने दैनिक कार्यो में व्यस्त हो गए हैं। हालांकि एहतियातन सिरसा में कई जगहों पर सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा शुक्रवार को डेरा प्रमुख को दोषी करार दिए जाने के बाद डेरा समर्थकों द्वारा की गई व्यापक हिंसा में 38 लोगों की मौत हो गई थी और 264 से अधिक घायल हुए थे।