लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित पांच मंत्रियों के विधान परिषद का सदस्य बनने का रास्ता अब लगभग साफ हो गया है।
चुनाव आयोग ने पहले केवल चार सीटों के लिए चुनाव की घोषणा की थी, लेकिन मंगलवार देर रात उसने एक और सीट के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया। इससे भाजपा के अब सभी पांच मंत्री विधान परिषद के सदस्य बनने में कामयाब हो जाएंगे।
बसपा एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे से खाली हुई सीट के लिए भी आयोग ने चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है। बुधवार को इस सीट के लिए अधिसूचना जारी होनी है। सात सितम्बर तक नामांकन जमा होंगे और 18 सितम्बर को मतदान होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा के साथ ही मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा को 18 सितम्बर से पहले विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना जरूरी है।
परिषद की छह सीटें विपक्षी दलों के नेताओं ने खाली की, लेकिन आयोग ने सिर्फ चार सीटों पर ही चुनाव कराने का निर्णय लिया था। ठाकुर जयवीर सिंह और अम्बिका चौधरी का कार्यकाल एक साल से कम होने की वजह से आयोग ने इन सीटों पर कार्यक्रम घोषित नहीं किया था।
इसको लेकर योगी सरकार ने चुनाव आयोग में प्रतिवेदन दिया था। आयोग ने सरकार के प्रतिवेदन को स्वीकार करते हुए ठाकुर जयवीर सिंह की रिक्त सीट पर चुनाव कराने का निर्णय लिया है। आयोग के इस निर्णय से सभी पांच लोगों का एमएलसी बनना लगभग तय माना जा रहा है।
गौरतलब है कि कार्यवाहक मुख्य निर्वाचन अधिकारी अमृता सोनी ने मंगलवार को चुनाव कार्यक्रम भी घोषित कर दिया था।