मुंबई। मुंबई में मंगलवार को बारिश से जुड़ी दुर्घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। मूसलाधार बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। इससे मुंबई थम-सी गई।
बीएमसी के आपदा नियंत्रण के अनुसार विक्रोली पूर्व में जनकल्याण नगर में बारिश के दौरान एक दो साल की बच्ची कल्याणी गोपाल जंगम दीवार के नीचे दब गई। उसके माता-पिता गोपाल जंगम व छाया भी घायल हो गए और उन्हें महात्मा फुले अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक अन्य घटना विक्रोली के सूर्यनगर में हुई। यहां मूसलाधार बारिश की वजह से घर के एक हिस्से के ढहने से दो लोगों की मौत हो गई।
घाटकोपर उपनगरीय इलाके से लगे राजावाड़ी अस्पताल में इलाज के दौरान 18 माह के बच्चे निखिल सत्येंद्र और सुरेश ए. मौर्य (40) की मौत हो गई।
घाटकोपर के अंबेडकर नगर में घर की दीवार गिरने से रामेश्वर तिवारी (45) की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी मंजू व नाबालिग बच्चे कृष्णा व रौनक घायल हो गए।
मुंबई के कई इलाकों में करीब दर्जन भर लोग खास तौर से वरिष्ठ नागरिकों के लापता होने की खबर है। इनके चिंतित संबंधियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के साथ इनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं, जिससे जानकारी की जा सके।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को मुंबई सहित महाराष्ट्र के पूरे तटीय कोंकण क्षेत्र में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है।
अगले 48-72 घंटों में इसी तरह की स्थिति कोंकण के पालघर, ठाणे, मुंबई, रायगढ़, रत्नागिरी व सिंधुदुर्ग में होने की आशंका जताई गई है।
एनडीआरएफ ने 10 टीमें लगाई
पिछले दो दिनों से मुंबई और इसके आस-पास के क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से अनेक स्थानों पर जलभराव के कारण सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एनडीआरएफ ने मुंबई में बाढ़ से निपटने के लिए 10 टीमें लगाई है।
गृह मंत्रालय से जारी बयान के अनुसार एनडीआरएफ की तीन टीमें मुंबई में पहले से ही कार्य कर रही थीं। इनकी सहायता के लिए तुरंत ही अन्य टीमें भेजी गई है। भारी बारिश के पूवार्नुमान को देखते हुए एनडीआरएफ की टीमें हाई अलर्ट पर रखी गई हैं और स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
अतिरिक्त टीमों को आपात स्थिति से निपटने के लिए स्टैंड-बाई मोड में रखा गया है। नई दिल्ली स्थित एनडीआरएफ का मुख्यालय स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और आईएमडी तथा अन्य एजेंसियों के लगातार संपर्क में है।