प्योंगयांग। उत्तर कोरिया ने रविवार को दावा किया कि उसने हाइड्रोजन बम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इसे अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल में लोड किया जा सकता है। सीएनएन के मुताबिक यह देश का छठा और अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पद संभालने के बाद पहला परमाणु परीक्षण है।
समाचार एजेंसी योनहाप के अनुसार उत्तर कोरिया ने एक महत्वपूर्ण सूचना में कहा कि उसने स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजे परीक्षण किया और इसे पूरी तरह से सफल बताया।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक हाइड्रोजन बम के परीक्षण का ऐलान उत्तर कोरिया में रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता के कृत्रिम भूकंप के झटके के बाद आया है। इसका इलाका देश का पूर्वोत्तर रहा जो परीक्षण स्थल पुंगये-री से ज्यादा दूर नहीं है।
कोरिया के मौसम विभाग ने शुरुआत में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.7 मापी और बताया कि भूकंपीय झटके दोपहर 12.36 बजे दर्ज किए गए।
जापान के अधिकारियों के मुताबिक ये झटके पिछले साल सितंबर में उत्तर कोरिया द्वारा किए गए परमाणु परीक्षण से 10 गुना अधिक शक्तिशाली थे।
परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि संगठन के कार्यकारी सचिव लासिना जर्बो ने कहा कि 34 से अधिक स्टेशनों ने भूकंपीय झटके महसूस किए।
झटके इतने शक्तिशाली थे कि इन्हें दूर रूस के व्लादिवोस्तोक में भी महसूस किया गया। एक स्थानीय नागरिक ने सीएनएन से यह बात कही।
जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो ने जापान के मौसम विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर इस परीक्षण की पुष्टि की। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि परमाणु परीक्षण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने इस मुद्दे पर तुरंत राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि दक्षिण कोरिया की सभी सेनाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
केसीएनए की इस रिपोर्ट के बाद परीक्षण की पुष्टि की गई जिसमें कहा गया था कि रविवार तड़के उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने अंतरमहाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र में हाइड्रोजन बम को लगाए जाने की प्रक्रिया का निरीक्षण किया था। उत्तर कोरिया का दावा है कि यह अधिक विकसित परमाणु अस्त्र है और किसी भी अन्य परमाणु बम से अधिक प्रभावशाली है।