सबगुरु न्यूज-सिरोही। स्थानीय राजकीय महाविद्यालय में एबीवीपी की प्रत्याशी जिग्नाशा रावल बुरी तरह से हारी। सुरेश देवासी यहां पर 47 वोटों से जीतकर छात्रसंघ अध्यक्ष बना। जिग्नाशा के हार के पीछे स्थानीय भाजपा विधायक और गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी की भूमिका मानते हुए रावल समाज, राजपूत समाज के कई युवाओं ने सोमवार को ओटाराम देवासी का पुतला फूंका।
सिरोही राजकीय महाविद्यालय में जिग्नाशा रावल को एबीवीपी ने अपना प्रत्याशी बनाया था। मंत्री ओटाराम देवासी की ही जाति के सुरेश देवासी भी एबीवीपी के संभावित उम्मीदवार माने जा रहे थे। बाद में इनकी जीत हुई। जिग्नाशा को सुरेश से करीब 300 वोट कम मिले और वह एनएसयूआई के प्रत्याशी से भी काफी पीछे रही। सुरेश देवासी को खडा करने के पीछे जिग्नाशा समर्थक मंत्री ओटाराम देवासी का हाथ मान रहे हैं।
इसी कारण जैसे ही सिरोही राजकीय महाविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव के परिणाम आए और एबीवीपी की प्रत्याशी जिग्नाशा रावल के हारने की बात सामने आई, जिग्नाशा के समर्थकों को गुस्सा परवान चढ गया। जातिवाद करने और पार्टी के प्रत्याशी को कथित विरोध में उतरे प्रत्याशी का समर्थन करने को लेकर गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी का पुतला फूंका गया। देवासी के खिलाफ नारेबाजी की गई।
-सिरोही और आबूरोड मे ंनिर्दलीय और शिवगंज में एबीवीपी जीती
छात्रसंघ चुनावों के सोमवार को घोषित हुए परिणामों में सिरोही राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एबीवीपी का बागी सुरेश देवासी अध्यक्ष निर्वाचित हुआ। वहीं एनएसयूआई का केंडीडेट वेलाराम मेघवाल दूसरे और एबीवीपी की जिग्नाशा रावल तीसरे स्थान पर रही। वहीं राजकीय महिला महाविद्यालय में एबीवीपी की छात्रा अध्यक्ष मनोनीत हुई। शिवगंज राजकीय महाविद्यालय में भी एबीवीपी का अध्यक्ष बना तो आबूरोड राजकीय महाविद्यालय में निर्दलीय केंडीडेट अध्यक्ष पद पर मनोनीत हुआ।
देखिये…किस तरह एबीवीपी के प्रत्याशी की हार के बाद ओटाराम देवासी के खिलाफ गुस्सा निकाला…