सबगुरु न्यूज-सिरोही। गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी को इसी सप्ताह चार दिनों में तीन बार बडे विरोधों को सामना करना पडा। छात्रसंघ चुनावों में एबीवीपी की हार के बाद उनका पुतला जला, चुनाव में हार के लिए उनकी ही पार्टी के नेता ने उनके खिलाफ खुलकर बयान दिया तो गुरुवार को गंदा पेयजल आपूर्ति होने पर शहर के एक इलाके के लोगों ने रैली निकालकर प्रशासन के साथ उनके खिलाफ नारेबाजी की।
इस दौरान यहां पर भाजपा के पार्षद भी मौजूद थे। इस विरोध के बाद प्रशासन ने सिरोही के आखेलाव तालाब के आसपास के इलाकों में आखेलाव तालाब से की जा रही सतही पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई है।
अतिवृष्टि के बाद आपात व्यवस्था के तहत शहर के कुछ इलाकों की पेयजल आपूर्ति के लिए सिरोही में ही स्थित आखेलाव तालाब से गंदला पानी पालपलाइनों से वितरित होने से लोगों को आक्रोश फूट पडा।
महिलाओं ने प्रशासन और गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद सिरोही शहर के भाटकडा, कालकाजी, मीणावास आदि क्षेत्रों में आखेलाव तालाब से पेयजल आपूर्ति बंद कर दी गई है।
गत महीने सिरोही में अतिवृष्टि के कारण 24 जुलाई को अणगौर बांध का ओवरफ्लो की दीवार छह फीट टूट गई। इससे अथाह जल राशि निकली। जिससे इसकी डाउनस्ट्रीम में सिरोही को पेयजल वितरण करने वाले कुएं और ट्यूबवैल ध्वस्त हो गए। इससे उस समय भी सिरोही शहर में करीब दस दिन तक पेयजल वितरण नहीं हुआ था।
बाद में शहर के कुछ इलाकों को अणगौर और धांता बांध से पेयजल वितरण शुरू कर दिया गया था। इसके बाद भी करीब 6 लाख लीटर पानी प्रतिदिन कम पड रहा था। इसकी पूर्ति के लिए भाटकडा, मीणावास, भाटकडा कोट इलाकों में पेयजल आपूर्ति के लिए आखेलाव तालाब पर ही फिल्टर लगाकर सतही वाटर वितरित किया जाने लगा। यहां लगा फिल्टर पानी के सस्पेंडेड पार्टीकल यानि कचरे की ही सफाई कर पा रहा है।
पानी में वेजीटेशन और काई के कारण गंदलाए हुए रंग को साफ नहीं कर पा रहा है। इससे इस क्षेत्र में निरंतर गंदला पानी आ रहा है। इससे आक्रोशित होकर करीब सौ से ज्यादा महिलाएं गुरुवार को प्रशासन और स्थानी विधायक व मंत्री ओटाराम देवासी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलक्टरी पहुंची। इन वार्डों के भाजपा पार्षद अमिया देवी और मगन मीणा भी यहां पहुंचे।
उन्होंने जिला कलक्टर से मिलकर इस क्षेत्र में आखेलाव तालाब से की जा रही गंदे पानी की सप्लाई को बंद करने का अनुरोध किया। नारेबाजी कर रही महिलाओं को कहना था कि इस तालाब के आसपास लोग शौच करते हैं। इसके अंदर कई जानवर और इंसान भी मरे हैं। उन्हीं का पानी हमें पीने के लिए दिया जा रहा है। इस रैली के बाद प्रशासन ने तुरंत ही आखेलाव तालाब से की जा रही छह लाख लीटर पानी की सप्लाई को बंद कर दिया है।
लेबोरेट्री रिपोर्ट के सही आने का दावा
लोग इसे प्रदूषित बता रहे हैं, लेकिन जलदाय विभाग का दावा है कि वह प्रतिदिन इस पानी की लेबोरेट्री टेस्टिंग रिपोर्ट ले रहा है। इसके अनुसार यह पानी पीने योग्य था, इसलिए सप्लाई किया। इसका रंग वेजीटेशन की वजह से है, इसे दूर नहीं कर पाए। वैसे फिल्टर लगाकर कचरे की सफाई कर रहे हैं। विभाग के अनुसार इसका बायोलाॅजिकल आॅक्सीजन डिमांड 25 से कम है, जो कि पोटेबल पानी होने की स्थिति होती है इसलिए इसे सप्लाई किया।
इस तरह करेंगे कमी की पूर्ति
जलदाय विभाग ने शहर में आखेलाव तालाब से पेयजल आपूर्ति बंद होने के कम पडने वाले छह लाख लीटर पानी की व्यवस्था के लिए तुरंत ही एक कुआं किराए पर लिया है। इससे करीब दो लाख लीटर पानी मिल पाएगा। शेष कमी की पूर्ति के लिए चार और कुएं किराए पर लेकर तीन-चार दिन में इसकी व्यवस्था कर दी जाएगी।
इनका कहना है…
व्हाट्स एप पर कुछ दिन पहले गंदे पानी की सप्लाई की फोटो और संदेश चलने पर ही इसकी जांच करवा ली थी। पानी वितरण योग्य था इसलिए छह लाख लीटर पानी की कमी की पूर्ति यहां से की गई। लोगों के विरोध के बाद आखेलाव तालाब से पेयजल वितरण बंद कर दिया गया है।
संदेश नायक
जिला कलक्टर, सिरोही।
आखेलाव तालाब के पानी का वितरण लेबोरेट्री टेस्ट के बाद किया गया है। फिल्टर से कचरा साफ करने के बाद इसे वितरित किया गया है। इसका गंदला रंग पानी में उगी वनस्पतियों की वजह से है। लोगों के विरोध को देखते हुए इसे बंद कर दिया गया है।
अशोक चावला
एसई, जलदाय विभाग, सिरोही।
…देखिये महिलाओ के विरोध का विडियो…