नई दिल्ली। पूसा संस्थान के एक सेवानिवृत्त वैज्ञानिक पश्चिमी दिल्ली स्थित परिसर के अपने फ्लैट में मृत पाए गए। पुलिस ने कहा यशवीर सूद परमाणु विज्ञान विभाग के एक प्रमुख वैज्ञानिक थे। वह मार्च 2015 में 62 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हुए थे।
पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने बताया कि फील्ड आफिसर सोनू कुमार ने गुरुवार को पूसा कैंपस के फ्लैट नंबर बी-1 से बदबू आने की पुलिस को सूचना दी, जहां सूद अपने छोटे भाई हरीश और बहन कमला के साथ रहते थे।
सोनू कुमार ने घर को जांचने की कोशिश की लेकिन मानसिक रूप से कमजोर कमला ने उन्हें घर में आने नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचना दी।
पुलिस ने जांच में कथित तौर पर पाया कि सूद को शराब की लत थी और सेवानिवृत्ति के पहले वह डिप्रेशन में थे। पुलिस अधिकारी के मुताबिक सूद ने अपनी पेंशन में से एक भी पैसा नहीं निकाला और न ही सेवानिवृत्ति के बाद मिली ग्रेच्युटी या कोई और धन।
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने सूद का सड़ा-गला शव एक फोल्डिंग खाट से बरामद किया। हरीश और कमला का शारीरिक स्वास्थ्य बहुत कम व्यक्तिगत स्वच्छता और बुरे स्वास्थ्य को दर्शा रहा है। घर के हालात देखकर लग रहा है कि स्थिति बहुत खराब थी।
कमला और हरीश को इंस्टीटूयट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर और अलाइड सांइसेस में भर्ती कराया गया है और सूद के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा कि सूद के पिता भी पूसा संस्थान में वैज्ञानिक थे।